
पटना। बिहार की राजनीति में जारी पिछले कई दिनों की चर्चाओं और अटकलों पर बुधवार को विराम लग गया। एनडीए विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से नेता चुन लिया गया, जिसके साथ ही उनके 10वीं बार मुख्यमंत्री बनने का मार्ग पूरी तरह साफ हो गया है। आज 20 नवंबर को पटना स्थित गांधी मैदान में भव्य शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते हैं।
नई सरकार का स्वरूप: कौन कितने मंत्री?
जानकारी के अनुसार, नई एनडीए सरकार की कैबिनेट में 20 सदस्यों को शामिल किया जा रहा है। इसमें दलवार हिस्सेदारी इस प्रकार तय मानी जा रही है—
- जदयू : 8 मंत्री
- भाजपा : 8 मंत्री
- लोजपा (रामविलास) : 3 मंत्री
- हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) : 1 मंत्री
- राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) : 1 मंत्री
उपमुख्यमंत्रियों के रूप में भाजपा ने सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और विजय कुमार सिन्हा को उपनेता चुनकर स्पष्ट संकेत दे दिए हैं कि दोनों को डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी मिलेगी।
संभावित नए मंत्रियों की सूची
मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों के अलावा, जिन चेहरों को पहली सूची में शामिल किए जाने की संभावना जताई जा रही है, वे इस प्रकार हैं—
भारतीय जनता पार्टी (BJP)
- प्रमोद चंद्रवंशी
- अरुण शंकर प्रसाद
- रामकृपाल यादव
- संजय टाइगर
- सुरेंद्र मेहता
- मंगल पांडे
- श्रेयसी सिंह / रमा निषाद (इनमें से एक नाम अंतिम होगा)
जनता दल यूनाइटेड (JDU)
- विजेंद्र यादव
- विजय चौधरी
- श्रवण कुमार
- लेशी सिंह
- संतोष निराला
- मदन सहनी
- रत्नेश सदा
लोजपा (रामविलास)
- राजू तिवारी
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM)
- संतोष सुमन (HAM प्रमुख जीतन राम मांझी के पुत्र)
राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो)
- स्नेहलता कुशवाहा (उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी)
शपथ के बाद होगा मंत्रिमंडल विस्तार
सूत्रों के अनुसार, फिलहाल सीमित चेहरों के साथ मंत्रिपरिषद का गठन किया जाएगा। खरमास के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार कर बाकी विभागों की जिम्मेदारी तय की जाएगी।