
इंदौर। शहर के सबसे पुराने और व्यस्त शास्त्री ब्रिज पर रविवार सुबह एक बड़ा हादसा टल गया। गांधी प्रतिमा से शास्त्री मार्केट की ओर जाने वाली लेन पर अचानक सड़क धंस गई, जिससे करीब पांच फीट गहरा और छह फीट लंबा गड्ढा बन गया। सौभाग्य से उस समय वहां कोई वाहन नहीं गुजर रहा था, अन्यथा गंभीर दुर्घटना हो सकती थी।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची। ट्रैफिक को तत्काल रोककर क्षेत्र को बैरिकेड्स से सील किया गया। निरीक्षण के दौरान जो सामने आया, उसने सभी को हैरान कर दिया — पुल के नीचे चूहों का साम्राज्य पनप चुका था। नगर निगम कर्मियों ने बताया कि चूहों ने नीचे कई सुरंगनुमा बिल बना रखे थे, जिससे मिट्टी खोखली हो गई और पुल का हिस्सा धंस गया। मौके पर करीब 20 से अधिक बिल पाए गए।
जनकार्य समिति प्रभारी राजेंद्र राठौर ने बताया कि जांच में यह भी सामने आया कि पुल के आसपास रोजाना कई संस्थाएं और लोग जरूरतमंदों को भोजन बांटते हैं। भोजन के अवशेषों के कारण यहां चूहों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि अब नगर निगम पुल के नीचे कंक्रीट भराई करवाएगा और जल्द ही पेस्ट कंट्रोल अभियान चलाया जाएगा ताकि यह समस्या दोबारा न हो।
यह कोई पहली बार नहीं है जब शहर में चूहों ने सार्वजनिक स्थलों को नुकसान पहुंचाया हो। इससे पहले एमवाय अस्पताल में दो नवजातों पर चूहों के हमले की घटना ने दहशत फैलाई थी, वहीं एयरपोर्ट टर्मिनल पर भी एक यात्री को चूहे ने काट लिया था।
फिलहाल, नगर निगम ने धंसे हिस्से को मिट्टी और मैटरियल डालकर भर दिया है और यातायात पुनः शुरू कर दिया गया है। लेकिन इस घटना ने शहर की व्यवस्था और स्वच्छता व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं — आखिर कब तक चूहों का ‘राज’ शहर की सुरक्षा को चुनौती देता रहेगा?