
चंडीगढ़। बिहार चुनाव में एनडीए की शानदार जीत और वहां महिलाओं को मिली आर्थिक मदद ने हरियाणा सरकार को भी अपनी लाडो लक्ष्मी योजना में अहम बदलाव करने के लिए प्रेरित किया है। सरकार अब मौजूदा 2100 रुपये की मासिक सहायता को बदलकर साल में दो बार एकमुश्त राशि देने की योजना बना रही है, ताकि महिलाओं को बड़ी रकम एक साथ मिले और वे इसे बेहतर तरीके से उपयोग कर सकें।
बिहार की जीत का प्रभाव, हरियाणा में नीति बदलाव के संकेत
बिहार में 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता वाली योजना ने महिलाओं में एनडीए के प्रति मजबूत समर्थन खड़ा किया। चुनाव परिणामों में यह महत्वपूर्ण कारक माना गया। इसी मॉडल को प्रभावी मानते हुए हरियाणा सरकार भी अपनी योजना को अधिक लचीला और उपयोगी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री सैनी ने दिया संकेत
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को जिले के खरक पुनिया गांव में एक समारोह के दौरान कहा कि सरकार लाडो लक्ष्मी योजना के तहत दी जाने वाली 2100 रुपये की मासिक राशि को बदलने पर विचार कर रही है।
उन्होंने कहा—
“महिलाओं को हर महीने छोटी रकम देने के बजाय साल में दो बार बड़ी किस्त देने से वे इसका उपयोग किसी महत्वपूर्ण काम या छोटे रोजगार की शुरुआत के लिए कर सकेंगी।”
लाडो लक्ष्मी योजना के दायरे में भी होगा विस्तार
फिलहाल यह योजना सिर्फ उन महिलाओं के लिए है जिनके परिवार की सालाना आय 1 लाख रुपये तक है। लेकिन सरकार अब इस आय सीमा को बढ़ाने की तैयारी में है, जिससे अधिक महिलाओं को योजना का लाभ मिल सके।
सीएम सैनी ने यह भी कहा कि राज्य सरकार युवाओं को अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है और महिला आर्थिक सशक्तिकरण इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
महिलाओं की आर्थिक ताकत बढ़ाने की दिशा में कदम
हरियाणा सरकार का यह प्रस्तावित बदलाव महिलाओं को बड़ी राशि एक साथ उपलब्ध कराने पर केंद्रित है, जिससे वे अपनी जरूरतों, स्वरोजगार या किसी अन्य महत्वपूर्ण कार्य में इसका उपयोग कर सकें।
अब देखने वाली बात यह है कि यह नई व्यवस्था कब लागू की जाती है और इसका सामाजिक प्रभाव कैसा होगा।