Monday, November 17

मुरैना नगर निगम में भ्रष्टाचार की लाइव पोल, मेयर के सामने रिश्वत की खुली मांगभवन अनुमति के नाम पर 10 हजार तक की डील, फरियादी ने स्पीकर ऑन कर सुनाई पूरी बातचीत

मुरैना। नगर निगम कचहरी में चल रहे भ्रष्टाचार का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। फरियादी सूरज कुमार ने मेयर शारदा सोलंकी के सामने ही कर्मचारियों की रिश्वतखोरी का ऐसा खुलासा किया कि पल भर के लिए मेयर भी स्तब्ध रह गईं। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।

भवन अनुमति के नाम पर खुलेआम वसूली

शिकायतकर्ता सूरज कुमार ने लिखित शिकायत में आरोप लगाया है कि राजस्व विभाग के आरआई से लेकर डायवर्सन और नामांतरण शाखा के कर्मचारी भवन अनुमति जारी करने के नाम पर 8 हजार से 10 हजार रुपए तक की रिश्वत मांग रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुछ कर्मचारियों ने 10 हजार, तो कुछ ने 8 हजार रुपए की मांग की, जिन्हें उन्होंने मजबूरी में दे भी दिया। इसके बावजूद भवन निर्माण की अनुमति उन्हें नहीं मिली।

मेयर के सामने ही बजा दिया “सच का स्पीकर”

अपनी शिकायत को सही साबित करने के लिए सूरज कुमार ने मेयर सोलंकी के सामने ही संबंधित कर्मचारियों को फोन लगाया। स्पीकर ऑन होते ही कर्मचारियों द्वारा मांगी जा रही रिश्वत की रकम का पूरा सच सामने आ गया। इस लाइव खुलासे ने मेयर को कुछ क्षणों के लिए निरुत्तर कर दिया। मौके पर मौजूद लोगों ने पूरी वार्ता का वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

“पैसा दो, तभी काम होगा” — शिकायतकर्ता का आरोप

सूरज कुमार का कहना है कि नगर निगम की अनुमति प्रक्रिया पूरी तरह भ्रष्टाचार के दलदल में फंसी है। बिना रिश्वत दिए कोई काम नहीं होता, और पैसे देने के बाद भी नागरिकों को चक्कर लगाने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि यह अवैध वसूली आम जनता को लगातार परेशान कर रही है और पूरी व्यवस्था को बदनाम कर रही है।

मेयर को सौंपा ज्ञापन, की कड़ी कार्रवाई की मांग

सूरज ने महापौर को ज्ञापन सौंपकर चार कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं तथा निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसे कर्मचारियों पर समय रहते लगाम नहीं लगाई गई, तो भ्रष्टाचार और बढ़ेगा और आम लोगों के लिए भवन अनुमति जैसी बुनियादी सेवाएं हासिल करना बेहद मुश्किल हो जाएगा।

मेयर ने कार्रवाई का आश्वासन दिया

घटना के बाद महापौर शारदा सोलंकी ने कहा कि पूरा प्रकरण गंभीर है और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि दोषी पाए जाने पर संबंधित कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।

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