
राजेंद्र नगर स्थित डेन कैफे में छात्रा की बर्थडे पार्टी के दौरान हुई तोड़फोड़ और मारपीट के मामले में पुलिस जांच के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है। इस घटना का मुख्य आरोपी ऋषभ ठाकुर पहले से ही पुलिस रिकॉर्ड में गुंडा घोषित है और उसके खिलाफ पूर्व में गुंडा एक्ट व जिला बदर जैसी कड़ी कार्रवाई हो चुकी है। सीसीटीवी फुटेज में उसकी संलिप्तता सामने आने के बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर दो एसओजी टीमें भी आरोपी की तलाश में लगाई गई हैं।
अब तक छह आरोपी गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
पुलिस के मुताबिक, कैफे में हुई मारपीट और तोड़फोड़ के मामले में अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि, मुख्य आरोपी ऋषभ ठाकुर और उसका सहयोगी दीपक पाठक अभी भी फरार हैं। उनकी तलाश में प्रेमनगर और सुभाषनगर थाना पुलिस संयुक्त रूप से लगातार दबिश दे रही है।
ऋषभ ठाकुर सुभाषनगर क्षेत्र का निवासी होने के चलते पुलिस ने उसके रिश्तेदारों और करीबियों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
एसएसपी का बयान: कठोर कार्रवाई होगी
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई। घटना के समय कैफे में मौजूद सभी लोगों को बयान दर्ज कराने के लिए सूचित किया गया है।
उन्होंने कहा कि यदि आरोपियों की अन्य आपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता सामने आती है, तो उन धाराओं में भी मुकदमे दर्ज किए जाएंगे। आवश्यकता पड़ने पर गवाहों के बयान अदालत में भी कराए जाएंगे, ताकि मजबूत साक्ष्य के आधार पर सख्त कार्रवाई हो सके।
पहले भी लग चुका है गुंडा एक्ट
एसएसपी ने स्पष्ट किया कि ऋषभ ठाकुर के खिलाफ पहले भी गुंडा एक्ट की कार्रवाई की जा चुकी है और उसे फिर से प्रभावी (रिवाइव) किया जाएगा। उसके आपराधिक इतिहास को डिस्ट्रिक्ट क्राइम कंट्रोल रिकॉर्ड ब्यूरो से मंगाया गया है।
उन्होंने दो टूक कहा कि शांति व्यवस्था भंग करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और ऐसे अपराधियों का मनोबल बढ़ने नहीं दिया जाएगा।
सोशल मीडिया पर धार्मिक रंग देने की कोशिश
पुलिस की सख्ती से घबराकर ऋषभ ठाकुर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया है, जिसमें वह खुद को निर्दोष बताते हुए पूरे मामले को धार्मिक रंग देने की कोशिश करता नजर आ रहा है। हालांकि पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्य उसके दावों को झूठा साबित करते हैं।
कई गंभीर मामलों में नामजद
सुभाषनगर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह के अनुसार, ऋषभ ठाकुर के खिलाफ चोरी और जानलेवा हमले जैसे गंभीर मामलों में केस दर्ज हैं। अगस्त में उसे जिला बदर किया गया था और जुलाई में चोरी के एक मामले में वह जेल भी जा चुका है। वर्तमान में उसका परिवार मढ़ीनाथ क्षेत्र में किराये के मकान में रह रहा है, जिससे जिला बदर का नोटिस चस्पा करने में भी दिक्कत आई है।