Tuesday, December 30

सिर्फ 5 रुपये में बनाएं पौधों का सुरक्षा कवच, कीड़ों से मिलेगा छुटकारा

 

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घर के बगीचे या बालकनी में लगे पौधों की खूबसूरती तब फीकी पड़ जाती है, जब उन पर जिद्दी कीड़ों का हमला हो। बाजार में मिलने वाले महंगे और जहरीले कीटनाशक न केवल जेब पर भारी पड़ते हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी हानिकारक होते हैं। लेकिन अब माली और गार्डनिंग एक्सपर्ट ने एक ऐसा आसान और सस्ता उपाय बताया है, जिसकी लागत मात्र 5 रुपये है और यह पौधों को कीड़ों और बीमारियों से बचाने में कारगर है।

 

घर पर तैयार करें जैविक कीटनाशक

इस नुस्खे के लिए जरूरत है:

 

1 लीटर पानी

1 ढक्कन शुद्ध नीम तेल

2 चम्मच बेकिंग सोडा (पाउडर नहीं)

10 बूंदें ऑर्गेनिक हैंडवॉश

 

तैयारी का तरीका सरल है। सबसे पहले नीम तेल को अच्छी तरह हिलाएं और पानी में डालें। इसके बाद बेकिंग सोडा मिलाएं और अंत में हैंडवॉश की बूंदें डालें। स्प्रे पंप वाली बोतल को कम से कम एक मिनट तक जोर-जोर से हिलाएं, जब तक मिश्रण का रंग दूधिया न हो जाए। यह सुनिश्चित करता है कि नीम का तेल पानी में अच्छी तरह घुल जाए और कीड़ों के शरीर पर चिपक सके।

 

किन कीड़ों पर करेगा असर?

इस जैविक स्प्रे से सफेद मिलीबग, एफिड्स, थ्रिप्स, माइट्स, वाइट फ्लाइज, कैटरपिलर और पत्तियों पर लगने वाले ब्लैक फंगस, लीफ रस्ट और लीफ माइनर जैसे कीड़ों और रोगों से पौधों की रक्षा की जा सकती है।

 

स्प्रे करने का तरीका

पूरा पौधा अच्छी तरह नहलाएं। पत्तियों के ऊपरी और निचले हिस्सों, तने और टहनियों के जोड़ों पर विशेष ध्यान दें। कीड़ों और उनके अंडे अक्सर पत्तियों के पीछे छिपते हैं, इसलिए छिड़काव पूरी सावधानी के साथ करें।

 

सही समय और अंतराल

स्प्रे हमेशा सुबह जल्दी या शाम को करें। तेज धूप में छिड़काव से पत्तियां जल सकती हैं। एक बार स्प्रे करने के बाद कम से कम 10 दिन का अंतराल रखें। अगर कीड़ों का हमला ज्यादा है, तो हर 5-6 दिन में छिड़काव दोहराया जा सकता है।

 

पर्यावरण और लाभकारी जीवों के लिए सुरक्षित

यह घरेलू जैविक नुस्खा पूरी तरह से रासायनिक मुक्त है। तितलियां, मधुमक्खियां और केंचुए जैसे लाभकारी जीव सुरक्षित रहते हैं, जबकि पौधों को नुकसान पहुंचाने वाले कीड़ों का सफाया होता है। सब्जियों और फलों के पौधों पर भी इसे बेझिझक इस्तेमाल किया जा सकता है।

 

नोट: यह जानकारी यूट्यूब वीडियो और इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। नवभारतटाइम्स इसकी सत्यता की जिम्मेदारी नहीं लेता।

 

 

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