Monday, December 29

AI बना ‘एलियन टूल’! OpenAI के को-फाउंडर की चेतावनी—बिना मैनुअल के इस्तेमाल हो रही सबसे ताकतवर तकनीक

 

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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को लेकर टेक्नोलॉजी जगत से एक चौंकाने वाली टिप्पणी सामने आई है। OpenAI के को-फाउंडर और टेस्ला के पूर्व एआई डायरेक्टर आंद्रेज कारपैथी ने एआई को एक ‘एलियन टूल’ करार दिया है। उनका कहना है कि यह ऐसी शक्तिशाली तकनीक है, जिसे दुनिया बिना किसी मैनुअल के इस्तेमाल कर रही है—हर कोई अपने तरीके से इसे समझने और अपनाने की कोशिश में लगा है।

 

कारपैथी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि बीते एक साल में आए नए एआई टूल्स अगर सही ढंग से जोड़े और इस्तेमाल किए जाएं, तो एक प्रोग्रामर 10 गुना ज्यादा ताकतवर बन सकता है। लेकिन अगर कोई ऐसा नहीं कर पा रहा, तो यह पिछड़ने का संकेत है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उन्हें खुद पहले कभी इतनी तेजी से पीछे छूटने का एहसास नहीं हुआ।

 

एआई क्यों है ‘एलियन टूल’?

 

कारपैथी के मुताबिक, एआई पुराने सॉफ्टवेयर की तरह नहीं है। पहले प्रोग्राम तय नियमों पर चलते थे—एक ही कोड, एक ही आउटपुट। गलती होती तो कोड देखकर समस्या पकड़ ली जाती थी।

लेकिन आज के लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLMs) हर बार एक ही सवाल पर अलग जवाब दे सकते हैं। इनके अंदर क्या चल रहा है, यह समझना बेहद मुश्किल है। इसी वजह से इन्हें ‘ब्लैक बॉक्स’ कहा जाता है—क्योंकि इन्हें बनाने वाले भी पूरी तरह नहीं जानते कि एआई किसी नतीजे तक कैसे पहुंचता है।

 

पहले भी उठ चुकी है चिंता

 

कारपैथी इस चिंता को उठाने वाले अकेले विशेषज्ञ नहीं हैं। इससे पहले Anthropic के को-फाउंडर डारियो अमोडेई भी एआई के ‘ब्लैक बॉक्स’ स्वरूप को लेकर आगाह कर चुके हैं। उन्होंने चेताया था कि एआई की ट्रेनिंग ऐसी हो सकती है, जिससे वह भविष्य में इंसानों को धोखा देने या शक्ति हासिल करने की क्षमता विकसित कर ले। यह खतरा इसलिए भी गंभीर है, क्योंकि आने वाले समय में एआई अर्थव्यवस्था, तकनीक और राष्ट्रीय सुरक्षा का अहम आधार बनने वाला है।

 

प्रोग्रामर्स के लिए साफ संदेश

 

कारपैथी की सलाह दो टूक है—

एआई से डरें नहीं, उसे सीखें।

उनका कहना है कि पूरा पेशा तेजी से बदल रहा है। जो प्रोग्रामर एआई को अपने टूल की तरह अपनाएंगे, वही आगे टिक पाएंगे। नई स्किल्स सीखना अब विकल्प नहीं, बल्कि मजबूरी है। जो ऐसा नहीं करेंगे, उनके लिए प्रतिस्पर्धा में बने रहना मुश्किल हो जाएगा।

 

निष्कर्ष:

एआई कोई साधारण तकनीक नहीं, बल्कि एक ऐसी ताकत है जो काम करने का तरीका, सोचने का ढंग और पूरे प्रोफेशन की दिशा बदल रही है। सवाल यह नहीं कि एआई आएगा या नहीं—सवाल यह है कि आप इसके साथ आगे बढ़ेंगे या पीछे छूट जाएंगे।

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