Monday, December 29

बेनजीर की हत्या में शामिल सेना को चाटते दिखे बिलावल भुट्टो, भारत विरोधी बयान से मचा हड़कंप

 

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इस्लामाबाद: पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की 27 दिसंबर 2007 की हत्या में कथित रूप से पाकिस्तान सेना और ISI की भूमिका पर सवाल उठते रहे हैं। लेकिन अब उनका बेटा और जुल्फीकार अली भुट्टो का नाती बिलावल भुट्टो सार्वजनिक कार्यक्रम में उसी सेना की जमकर तारीफ करते और भारत के खिलाफ बयान देते दिखाई दिए हैं।

 

बिलावल ने कहा, “पाकिस्तान की सेना ने मई महीने के संघर्ष में भारत को हरा दिया। हमारे फील्ड मार्शल का नाम सुनते ही मोदी चुप हो जाते हैं।” उन्होंने इमरान खान और उनकी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सेना को गाली देना सियासत के दायरे में नहीं आता।

 

इस बयान ने सोशल मीडिया और मीडिया जगत में हंगामा मचा दिया। जर्नलिस्ट ताहा सिद्धीकी ने इसे शर्मनाक बताया और लिखा कि बिलावल ने अपनी माँ बेनजीर भुट्टो की पुण्यतिथि का इस्तेमाल GHQ (पाकिस्तान सेना का मुख्यालय) के भारत विरोधी नैरेटिव को आगे बढ़ाने के लिए किया। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह सेना के सामने अपनी साख चमकाने के लिए किया गया, जबकि वही सेना उनकी माँ की हत्या में शामिल रही।

 

पाकिस्तानी सेना और बेनजीर भुट्टो हत्या का इतिहास:

 

जुल्फीकार अली भुट्टो को फांसी दी गई थी।

बेनजीर भुट्टो की सुरक्षा उनके पाकिस्तान लौटने पर पूरी तरह सेना और ISI के अधीन थी, बावजूद इसके उनकी हत्या कर दी गई।

हत्या के तुरंत बाद घटनास्थल को साफ कर दिया गया, जिससे सबूत मिटा दिए गए।

2010 की संयुक्त राष्ट्र जांच रिपोर्ट ने निष्कर्ष दिया कि पाकिस्तान राज्य और सुरक्षा एजेंसियां बेनजीर को पर्याप्त सुरक्षा देने में नाकाम रहीं।

 

बिलावल का सैन्य समर्थन और भारत विरोधी रुख:

बिलावल ने न केवल पाकिस्तान सेना की बूट पॉलिश की बल्कि भारत को हराने की सेना की उपलब्धियों का भी दावा किया। उनके इस रुख ने देश में विवाद और आलोचना को जन्म दिया है, खासकर तब जब उनके परिवार का इतिहास सेना की हिंसा और हत्या से जुड़ा हुआ है।

 

 

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