Monday, November 10

दिल्ली का ऐतिहासिक जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम होगा रिडवलप, बनेगी 102 एकड़ की अत्याधुनिक स्पोर्ट्स सिटी

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के दिल में स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (JLN) भारतीय खेलों के कई ऐतिहासिक पलों का साक्षी रहा है। अब सरकार ने इसकी जगह स्टेट-ऑफ-द-आर्ट स्पोर्ट्स सिटी बनाने का योजना बनाई है। यह कदम भारत के 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी की तैयारी के तहत उठाया गया है।

स्पोर्ट्स सिटी की योजना:

  • इस स्पोर्ट्स सिटी का क्षेत्रफल 102 एकड़ होगा।
  • इसमें क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल, एथलेटिक्स, टेनिस, बैडमिंटन सहित कई खेलों के आयोजन के लिए ग्लोबल लेवल की सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी।
  • योजना को कतर और ऑस्ट्रेलिया में बने एडवांस मल्टीपर्पज स्पोर्टिंग इकोसिस्टम्स के अनुसार तैयार किया जाएगा।

अभी तय नहीं डेडलाइन:
खेल मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि फिलहाल यह योजना कागजों पर है। पहले अंतरराष्ट्रीय मॉडल का अध्ययन किया जाएगा, फिर भारतीय परिस्थितियों के अनुसार फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार होगी। इसके बाद ही रिडवलपमेंट का काम शुरू होगा।

JLN का इतिहास:

  • स्टेडियम का निर्माण 1982 एशियन गेम्स के लिए किया गया था।
  • 2010 में इसे कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए रिडवलप किया गया।
  • स्टेडियम में 60,000 दर्शकों की क्षमता है और यह एथलेटिक्स, क्रिकेट, फुटबॉल समेत कई खेलों के लिए उपयुक्त है।
  • ऐतिहासिक क्षण: भारत में पहला फ्लडलाइट क्रिकेट मैच (1984), साउथ अफ्रीका की क्रिकेट टीम का भारत में पहला मैच (1991), 2025 वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप।

भविष्य की तुलना अहमदाबाद स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स से:
नई दिल्ली स्पोर्ट्स सिटी में क्रिकेट, हॉकी, एथलेटिक्स और अन्य खेलों के लिए ग्लोबल स्तर की सुविधाएँ उपलब्ध होंगी, जैसे हाल ही में अहमदाबाद में बने सरदार वल्लभभाई पटेल स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में हैं।

खेलों की राजधानी:
JLN स्टेडियम भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) और भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) का हेडक्वार्टर भी है। दिल्ली की यह भूमि हमेशा से भारतीय खेलों की धड़कन रही है और अब इसे अत्याधुनिक स्पोर्ट्स सिटी में बदलकर अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार किया जाएगा।

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