
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अंडर-19 एशिया कप के फाइनल में पाकिस्तान के हाथों मिली 191 रनों की शर्मनाक हार को गंभीरता से लिया है। बोर्ड ने तय किया है कि इस बार केवल टीम मैनेजर की रिपोर्ट पर निर्भर नहीं किया जाएगा, बल्कि हेड कोच ऋषिकेश कानिटकर और कप्तान आयुष म्हात्रे से सीधे बातचीत कर इस प्रदर्शन पर स्पष्टीकरण लिया जाएगा।
फाइनल में भारतीय टीम का पतन
दुबई में खेले गए खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान की टीम हर विभाग में भारत पर भारी रही। पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने समीर मिन्हाज की 172 रनों की शानदार पारी की बदौलत 347/8 का विशाल स्कोर खड़ा किया।
भारत की बल्लेबाजी पूरी तरह बिखर गई। टूर्नामेंट की शुरुआत में 171 रन बनाने वाले वैभवी सूर्यवंशी केवल 26 रन बना सके, जबकि कप्तान आयुष म्हात्रे मात्र 2 रन पर आउट हुए। पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों ने सटीक लाइन और लेंथ के साथ खेल का रुख बदल दिया और भारत को 156 रनों पर समेट दिया, खिताब पर कब्जा पाकिस्तान ने किया।
सामान्य समीक्षा से हटकर बोर्ड की नई रणनीति
BCCI का यह कदम दर्शाता है कि बोर्ड भविष्य की चुनौतियों को लेकर कोई ढिलाई नहीं बरतना चाहता। आमतौर पर टूर्नामेंट के बाद औपचारिक रिपोर्ट तैयार की जाती है, लेकिन इस बार कोच और कप्तान से सीधे बातचीत की जाएगी ताकि हार के मूल कारणों को समझा जा सके। बैठक में न केवल तकनीकी कमियों पर चर्चा होगी, बल्कि मैदान पर हुई कठिन परिस्थितियों और बहसों पर भी गौर किया जाएगा।
अंडर-19 विश्व कप 2026 की तैयारी
यह समीक्षा प्रक्रिया जनवरी-फरवरी 2026 में होने वाले अंडर-19 विश्व कप के लिए महत्वपूर्ण है। कप्तान आयुष म्हात्रे ने हार के बाद स्वीकार किया कि गेंदबाजी में कमियां थीं और टीम अपनी रणनीति लागू करने में विफल रही। बोर्ड का यह हस्तक्षेप युवा खिलाड़ियों को जिम्मेदारी का एहसास दिलाने और मानसिक व तकनीकी रूप से मजबूत बनाने के लिए सकारात्मक कदम माना जा रहा है।