
नई दिल्ली: दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) की ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (TOD) हाउसिंग स्कीम को जनता से उम्मीद के मुताबिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। कड़कड़डूमा में पहले चरण के 1026 फ्लैट्स में से केवल 178 का ही ई-ऑक्शन सफल रहा। यह आंकड़ा बताता है कि लोगों ने इस स्कीम को लगभग नकार दिया।
TOD स्कीम का उद्देश्य दिल्ली में भीड़भाड़ को कम करना और शहर में व्यवस्थित आवास व्यवस्था को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत 2 बीएचके फ्लैट्स का रिजर्व प्राइस 1.78 करोड़ रुपये से लेकर 3.08 करोड़ रुपये तक तय किया गया था। फ्लैट का आकार 141.64 वर्ग मीटर से 250.32 वर्ग मीटर तक है।
डीडीए ने अब सफल आवेदकों को “डिमांड कम अलॉटमेंट लेटर” जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह लेटर आवास पोर्टल eservices.dda.org.in के माध्यम से उपलब्ध होंगे।
हालांकि इस योजना के लिए 1500 से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन केवल 178 फ्लैट्स की सफल बोली ने डीडीए के लिए बड़ा झटका दिया है। अब संभावना है कि डीडीए अगले राउंड के लिए रणनीति में बदलाव कर सकता है।
सरकारी कर्मचारियों के लिए नई योजना:
डीडीए ने सरकारी कर्मचारियों के लिए “कर्मयोगी आवास योजना 2025” भी लॉन्च की है। इस योजना के तहत 1168 फ्लैट्स (1BHK, 2BHK और 3BHK) उपलब्ध होंगे, जिन पर सरकारी कर्मचारियों को 25% तक की छूट मिलेगी। योजना में केंद्र और राज्य सरकार, सार्वजनिक उपक्रम, बैंक, लोकल बॉडी, विश्वविद्यालय आदि के कर्मचारियों के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है।