
नई दिल्ली/वॉशिंगटन: भारत में अमेरिकी दूतावास ने 15 दिसंबर से H-1B और H-4 वीजा आवेदकों के लिए नई ऑनलाइन उपस्थिति समीक्षा प्रक्रिया लागू करने की घोषणा की है। इसका उद्देश्य वीजा के दुरुपयोग को रोकना और वास्तविक पेशेवरों को प्राथमिकता देना है।
अमेरिकी दूतावास ने सोशल मीडिया पर साझा किए बयान में कहा, “15 दिसंबर से, विदेश विभाग ने मानक वीजा स्क्रीनिंग के हिस्से के रूप में सभी H-1B और H-4 आवेदकों के लिए ऑनलाइन उपस्थिति समीक्षा का विस्तार किया है। यह वैश्विक स्तर पर सभी देशों और सभी राष्ट्रीयताओं के आवेदकों पर लागू होगा।”
विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब भारत में दिसंबर अंत में तय किए गए हजारों H-1B वीजा इंटरव्यू अचानक कई महीनों के लिए स्थगित कर दिए गए थे।
H-1B वीजा पर सख्ती क्यों:
H-1B वीजा कार्यक्रम का प्रयोग अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियों द्वारा विदेशी पेशेवरों को नियुक्त करने के लिए बड़े पैमाने पर किया जाता है। भारतीय पेशेवर इस श्रेणी के सबसे बड़े समूह में शामिल हैं। अमेरिकी दूतावास का कहना है कि यह नई जांच प्रक्रिया H-1B कार्यक्रम के दुरुपयोग को रोकने और योग्य विदेशी कर्मचारियों को काम पर रखने का प्रयास है।
दूतावास ने आवेदकों को सलाह दी है कि वे H-1B और H-4 वीजा के लिए समय पर आवेदन करें, क्योंकि अब प्रक्रिया में सामान्य से अधिक समय लग सकता है।