
गया: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में 6 नवंबर को हुई बंपर वोटिंग ने जन सुराज पार्टी के संस्थापक और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर को बेहद खुश कर दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है और उनके पास जनसुराज के रूप में एक नया विकल्प मौजूद है।
मीडिया से बातचीत में प्रशांत किशोर ने बताया कि भारी मतदान इस बात का सबूत है कि जनता नए विकल्प के प्रति उत्साहित है। उन्होंने कहा, “बीते वर्षों में लोग भाजपा के डर से नीतीश-भाजपा को वोट देने के लिए मजबूर थे, लेकिन अब जनता के पास एक नया विकल्प है। यही कारण है कि इतने बड़े पैमाने पर मतदान हुआ।”
प्रवासी मजदूर बने इस चुनाव का X फैक्टर
प्रशांत किशोर ने कहा कि बढ़ा हुआ मतदान प्रतिशत और प्रवासी मजदूरों की सक्रिय भागीदारी इस चुनाव के X फैक्टर हैं। उन्होंने दावा किया कि बिहार में पहली बार 60 प्रतिशत से अधिक जनता बदलाव चाहती है और जनसुराज ने यह विकल्प प्रदान किया है। उन्होंने आगे कहा, “छठ पर्व के बाद भी रुके प्रवासी मजदूरों ने बड़े पैमाने पर वोटिंग की, जो इस चुनाव की दिशा तय करेंगे।”
नेताओं पर निशाना
प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर भी निशाना साधा और कहा कि उन्हें पहले यह देखना चाहिए कि तारापुर में उनकी स्थिति क्या है। उन्होंने कहा, “सम्राट चौधरी जैसे नेता इतने बड़े नेताओं को रैलियों में क्यों बुला रहे हैं? क्या जनता के बीच उनके पास कोई मुद्दा है?”
उन्होंने राजद के नेता तेजस्वी यादव पर भी कटाक्ष किया और कहा कि “छह महीने पहले से खुद को मुख्यमंत्री मानने वाले तेजस्वी को धरातल की वास्तविकता का अंदाजा नहीं है। जनता ने इस बार भारी मतदान किया, जो किसी भी पार्टी की उम्मीद से कहीं ज्यादा था।”
प्रशांत किशोर ने निष्कर्ष देते हुए कहा, “14 नवंबर को बिहार में इतिहास लिखा जाएगा। जनता ने विकल्प को अपनाया है और बदलाव की राह चुनी है।”