
तिरुवनंतपुरम: केरल पुलिस ने 2001 में एक नाबालिग दलित लड़की के साथ यौन शोषण के आरोपी 50 वर्षीय मुथुकुमार को 24 साल बाद चेन्नै से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपनी पहचान छिपाने के लिए ईसाई धर्म अपना लिया और पास्टर सैम के नाम से रह रहा था। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।
🔹 ट्यूटर था आरोपी
पुलिस के अनुसार, मुथुकुमार 2001 में 14 साल की छात्रा का ट्यूटर था। उसने छात्रा को अपने घर बुलाकर उसके साथ यौन शोषण किया था। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर तीन महीने की न्यायिक हिरासत में रखा गया। जमानत मिलने के बाद वह फरार हो गया और 24 वर्षों तक पुलिस की पकड़ से बाहर रहा।
🔹 धर्म बदलकर और ठिकाना बदलकर छिपा रहा आरोपी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने अपने ठिकाने बदलने के साथ-साथ धर्म बदलकर अपनी पहचान छिपाई। उसने न तो मोबाइल कनेक्शन लिया और न ही बैंक खाता खुलवाया। आरोपी ने तमिलनाडु के नागरकोइल और तेनकासी में रहकर अपनी मां और भाई के साथ छिपकर जीवन बिताया।
🔹 साइबर जांच से हुआ खुलासा
पुलिस ने साइबर सेल की मदद से पता लगाया कि एक ही मोबाइल डिवाइस दो अलग सिम के साथ इस्तेमाल हो रहा था। आगे की जांच में पता चला कि यह मोबाइल फोन चेन्नै में उसकी पत्नी के इस्तेमाल में था। इसके आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया।
🔹 पुलिस ने कोर्ट को सूचित किया
अधिकारियों ने बताया कि कोर्ट को आरोपी की गिरफ्तारी के बारे में सूचित किया जाएगा और मामले की आगे की जांच जारी है।
संक्षेप: 2001 में दलित नाबालिग छात्रा के साथ यौन शोषण के आरोपी मुथुकुमार 24 साल बाद चेन्नै से गिरफ्तार। धर्म बदलकर और ठिकाना बदलकर वह पुलिस की पकड़ से बाहर था।