
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट इतिहास में 9 दिसंबर 1992 का दिन एक बड़े विवाद के लिए हमेशा याद किया जाता है। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पोर्ट एलिजाबेथ में खेले गए वनडे मैच के दौरान महान ऑलराउंडर कपिल देव द्वारा पीटर कर्स्टन को मांकड़ आउट करने पर मैच का माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया था। कर्स्टन के आउट होने के बाद अफ्रीकी कप्तान कैपलर वेसल्स की प्रतिक्रिया ने इस घटना को और ज्यादा विवादित बना दिया।
कर्स्टन को दी तीन चेतावनियां, चौथी बार में किया रनआउट
इस मैच में भारतीय टीम मात्र 147 रन पर सिमट गई थी। लक्ष्य का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज पीटर कर्स्टन बार-बार गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले क्रीज से बाहर निकल रहे थे। कपिल देव ने उन्हें तीन बार चेतावनी दी। चौथी बार में गेंदबाजी एक्शन लेते हुए कपिल ने उन्हें रनआउट कर दिया, जिसे मांकड़ आउट कहा जाता है। अंपायर सिरिल मिचली ने कर्स्टन को आउट करार दिया।
आउट होने से इंकार, मैदान पर हंगामा
निर्णय के बाद पीटर कर्स्टन ने पवेलियन लौटने से इंकार कर दिया और अंपायर से बहस करने लगे। कप्तान वेसल्स भी उनके समर्थन में अड़े रहे। स्टेडियम में मौजूद भीड़ कपिल देव के खिलाफ हूटिंग करने लगी। बाद में अधिकारियों के हस्तक्षेप पर कर्स्टन अनिच्छा से मैदान छोड़ पाए।
वेसल्स का शर्मनाक व्यवहार—कपिल के पैर में मारा बैट
विवाद इसके बाद और बढ़ गया। साउथ अफ्रीकी कप्तान वेसल्स ने पहले कपिल देव की तरफ अशोभनीय इशारा किया और फिर रन लेते समय नॉन-स्ट्राइकर छोर पर खड़े कपिल देव के पैर में बैट मार दिया। यह दृश्य टीवी प्रसारण में स्पष्ट दिखा, जिसने सभी को हैरान कर दिया। वेसल्स ने कपिल से माफी तक नहीं मांगी।
ड्रिंक्स ब्रेक में कपिल ने पूरी घटना टीम को बताई, जिसके बाद भारतीय टीम मैनेजमेंट ने वेसल्स के खिलाफ मैच रेफरी क्लाइव लॉयड को आधिकारिक शिकायत सौंपी।
विवादित फैसला—कप्तान को मिली क्लीन चिट
मैच रेफरी ने जांच के बाद केवल इतना कहा कि घटना की सही फुटेज उपलब्ध नहीं है। वेसल्स को क्लीन चिट दे दी गई, जबकि पीटर कर्स्टन पर नाममात्र का 240 यूरो का जुर्माना लगाया गया। यह फैसला क्रिकेट जगत में तीखी आलोचना का कारण बना, क्योंकि पूरी घटना लाइव टीवी पर साफ नजर आई थी।
साउथ अफ्रीका ने यह मैच 6 विकेट से जीत लिया। अगले दिन स्थानीय मीडिया ने इस घटना को दबा दिया और मांकड़ आउट करने के लिए कपिल देव की आलोचना करते हुए उन्हें दोषी ठहराने की कोशिश की।
