
प्रफुल जैन पिपलौदा: नगर के मध्य स्थित 250 वर्ष पुराने प्राचीन जैन मंदिर की पावन धरा पर लाभार्थी मातुश्री वोहेरा कांताबेन चंदूलाल परिवार दुधवा (थराद) द्वारा विधिविधान के साथ शिलान्यास संपन्न हुआ। समारोह की शुरुआत दादा आदिनाथ के जयकारों और भव्य पुष्प वर्षा के साथ हुई, जिसमें समाजजन और नगरवासी लाभार्थी परिवार का सम्मान करते हुए चले।
पुण्य सम्राट आचार्य जयंतसेन सूरीश्वर जी म.सा., गच्छाधिपति नित्यसेन सूरीश्वर जी म.सा., और आचार्य जयरत्न सुरीश्वर जी म.सा. के दिव्य आशीष और प्रेरणा से आयोजित शिलान्यास महोत्सव में प्रातः से ही शिलाओं का भव्य चल समारोह जैन मंदिर से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए झंडा चौक पहुँचा।
विधि-विधान से शिलाओं की स्थापना:
नवयुवक परिषद के पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रफुल जैन ने बताया कि प्रातः सकल जैन श्रीसंघ और लाभार्थी परिवार मंदिर पहुँचा। विधिकारक त्रिलोक भाई द्वारा शिलाओं की अभिषेक विधि संपन्न करवाई गई। इस दौरान नवग्रह पाटला पूजन, 10 दिक्पाल पाटला पूजन सहित विभिन्न विधि-विधान संपन्न हुए। लाभार्थी परिवार शिलाओं को मंदिर परिसर के तल में विराजित करने पहुँचा। शिलाओं में अग्नि नंदा शिला, दक्षिण भद्रा, नैरत्य जया, पश्चिम रिक्ता, वायव्य उत्तर अपराजिता, ईशान शुक्ला और पूर्व सौभागिनी शिला विधि-विधान से विराजित की गईं।
मुख्य लाभार्थी वोहेरा परिवार के साथ ईशान कोण, आग्नेय कोण, नेऋत्य कोण शिला के लाभार्थी बाबुलाल ऋषभ कुमार धींग परिवार और वायव्य कोण शिला के लाभार्थी मुकेश कुमार, राकेश कुमार बोहरा परिवार (इंदौर) मंदिर में उपस्थित रहे और पूजा अर्चना की।
समाजजन और विधिकारक का उत्साह:
मंदिर जीर्णोद्धार के दौरान महिलाओं, पुरुषों, युवाओं और बच्चों में उत्साह छाया रहा। विधिकारक और समाजजन धार्मिक स्तवन गाकर भक्ति में लीन रहे। पूजा संपन्न कराने में ऋषभ धींग और शिखर बोहरा का सराहनीय सहयोग रहा।
बहुमान और उपहार:
कार्यक्रम के दौरान श्रीसंघ, वाटिका ट्रस्ट और परिषद परिवार ने लाभार्थी मातुश्री वोहेरा कांताबेन चंदूलाल परिवार का पुष्प वर्षा और बहुमान किया। पिपलौदा जिन मंदिर में विराजित मूलनायक दादा आदिनाथ भगवान की तस्वीर लाभार्थी परिवार को भेट की गई। इस अवसर पर श्री संघ अध्यक्ष बाबुलाल धींग, नरेंद्र जैन, राजेंद्र कोठारी, रमेशचन्द्र बाबेल, महेश नांदेचा, किशोर छाजेड़, राकेश जैन, महेश बोहरा, संजय नांदेचा, मुकेश बोहरा, विशाल धींग, अमित धींग, प्रफुल जैन सहित कई गणमान्य समाजजन उपस्थित रहे।
समारोह ने न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक प्रस्तुत किया, बल्कि समाज में मंदिर जीर्णोद्धार और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के प्रति उत्साह भी जगाया।
