
बेंगलुरु। पंजाब की पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू के विवादित बयान ने कांग्रेस के भीतर सियासी भूचाल ला दिया है। उन्होंने दावा किया था कि पंजाब का मुख्यमंत्री वही बनता है जो “500 करोड़ रुपये का सूटकेस” दे सके। बयान के बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया, वहीं कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने उन पर कड़ा प्रहार किया है।
शिवकुमार का कड़ा बयान
बेंगलुरु स्थित अपने आवास के पास मीडिया से बात करते हुए डी.के. शिवकुमार ने कहा कि ऐसा बयान देना बेहद गैरजिम्मेदाराना है। उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा—
“ऐसे लोगों को किसी अच्छे मानसिक अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए।”
शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस एक अनुशासित पार्टी है और बेबुनियाद आरोपों के साथ संगठन की छवि धूमिल करने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
नवजोत कौर सिद्धू का विवादित दावा
नवजोत कौर सिद्धू ने कहा था कि यदि उनके पति नवजोत सिंह सिद्धू को पूरी ताकत दी जाए, तो वे पंजाब का कायाकल्प कर सकते हैं, लेकिन उनके पास पार्टी को देने के लिए “500 करोड़ रुपये” नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में मुख्यमंत्री वही बन सकता है, जिसके पास “पैसा और संसाधन” हों।
इसके बाद सियासी माहौल गरमाता देख उन्होंने सफाई भी दी। नवजोत कौर ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि उनकी टिप्पणी को “तोड़-मरोड़कर पेश किया गया” और कांग्रेस ने कभी उनसे कुछ नहीं मांगा।
पति को सीएम चेहरा बनाने की मांग
नवजोत कौर ने यह भी कहा कि यदि कांग्रेस 2027 के चुनाव से पहले नवजोत सिंह सिद्धू को मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में पेश करे, तो वे सक्रिय राजनीति में लौट आएंगे। उन्होंने राज्य की कथित कानून-व्यवस्था, ड्रग्स और आर्थिक स्थिति पर चिंता जताते हुए पंजाब को “स्वर्णिम राज्य” बनाने का दावा किया।
दिल्ली दौरे पर शिवकुमार का जवाब
जब डी.के. शिवकुमार से पूछा गया कि क्या वे 20 दिसंबर को दिल्ली जा रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि हैदराबाद में एक वैश्विक सम्मेलन हो रहा है, जिसमें उनका और कुछ अधिकारियों का जाना तय है। बाकी राजनीतिक मुद्दों पर “उचित समय पर चर्चा” करने की बात भी उन्होंने कही।
निष्कर्ष
नवजोत कौर सिद्धू के बयान ने न केवल पंजाब बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी हलचल मचा दी है। कांग्रेस नेतृत्व इस बयान से साफ तौर पर नाराज दिख रहा है। वहीं डी.के. शिवकुमार की तीखी टिप्पणी बताती है कि पार्टी अनुशासनहीनता और विवादित बयानों पर सख्त रुख अपनाने के मूड में है।
