
जयपुर। लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग से जुड़ा कुख्यात अपराधी दीपेंद्र सिंह शेखावत उर्फ सागर फर्जी जमानती दस्तावेज़ों के सहारे हाई सिक्योरिटी जेल से जमानत लेकर फरार हो गया। जयपुर पुलिस ने उसकी गिरफ़्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है।
अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद सागर ने भाई की शादी का हवाला देकर 30 नवंबर को 5 दिन की अंतरिम जमानत हासिल की थी। कोर्ट में दिए गए जमानती दस्तावेज़ बाद में फर्जी पाए गए। 4 दिसंबर को लौटना था, मगर वह वापस जेल नहीं पहुंचा।
फर्जी जमानती, बड़ा फर्जीवाड़ा
जमानत पर रिहाई के बाद पुलिस सत्यापन के लिए जमानती रामेश्वर ठठेरा के पते पर पहुंची, जहां इस नाम का कोई व्यक्ति मिला ही नहीं। फर्जीवाड़ा सामने आते ही पुलिस ने तलाशी अभियान तेज कर दिया। आरोपी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया और नेपाल बॉर्डर तक अलर्ट भेजा गया है।
दो हत्याओं सहित 15 अपराधों में वांछित
डीसीपी वेस्ट हनुमान प्रसाद मीणा के अनुसार दीपेंद्र पर—
- 2 हत्या,
- 4 हत्या के प्रयास,
- रंगदारी, धमकी और अन्य गंभीर अपराधों सहित
कुल 15 केस दर्ज हैं।
अपराधी जेल में रहते हुए भी विदेश में छिपे गैंगस्टर रोहित गोदारा से संपर्क में था और बाहर निकलने की योजना बना रहा था।
जेल से छूटते ही पहुंचा पीड़ित के घर
30 नवंबर को जमानत पर बाहर आते ही सागर सीधे करधनी निवासी बिजेंद्र गुलाब बाड़ी के घर पहुंचा और उसके पिता को धमकाया। उसने 25 लाख रुपये की रंगदारी मांगी और न देने पर छोटे बेटे की हत्या की चेतावनी दी। पीड़ित की शिकायत के बाद करधनी थाना पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
पूरे राजस्थान में अलर्ट, स्पेशल टीम गठित
स्पेशल कमिश्नर राहुल प्रकाश ने फरार गैंगस्टर की गिरफ्तारी हेतु एक विशेष टीम बनाई है। राजस्थान ही नहीं, आसपास के राज्यों में भी उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है।