क्या वास्तव में भारत में बेरोजगारी चरम पर है?
भारत में बेरोजगारी कोई नया विषय नहीं है। यह वर्षों से चर्चा का केंद्र बना हुआ है और राजनीतिक दलों द्वारा सत्ता परिवर्तन के लिए एक मुद्दे के रूप में उपयोग किया जाता रहा है। लेकिन असल सवाल यह है कि **क्या वास्तव में देश में बेरोजगारी चरम पर है, या फिर समस्या किसी और चीज़ में है?**
यदि हम गहराई से इस विषय पर विचार करें, तो पाएंगे कि बेरोजगारी से अधिक **काम करने की इच्छा, परिश्रम की भावना और अपने कौशल को निखारने की ललक की कमी एक बड़ी समस्या बन चुकी है।** मैंने विभिन्न क्षेत्रों में इस विषय पर शोध किया है और अपने अनुभवों के आधार पर कुछ महत्वपूर्ण बिंदु प्रस्तुत कर रहा हूँ।
**1. असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की मानसिकता**
हमारे देश का एक बड़ा हिस्सा असंगठित क्षेत्र में काम करता है, जिसमें दिहाड़ी मजदूर भी शामिल हैं। पहले के समय में मजदूर काम की तलाश में भटकते थे, लेकिन आज उन्हें काम मिलने ...