Friday, November 14

भारत में पतियों को किन नामों से बुलाती हैं पत्नियां? जानें विभिन्न राज्यों की अनोखी परंपराएं

भारत विविधताओं का देश है— यहां न सिर्फ संस्कृति, भाषा और परंपराएं बदलती हैं, बल्कि रिश्तों को निभाने और संबोधित करने के तौर-तरीके भी अलग-अलग होते हैं। पति को बुलाने के नाम भी हर राज्य में बदल जाते हैं। कहीं उन्हें “जी”, “स्वामी” या “पति देव” कहा जाता है, तो कहीं प्यार और अपनापन जताने के लिए बिल्कुल अलग नामों से पुकारा जाता है।

यह जानकर कई महिलाएं कहेंगी— “अरे, ये तो हम भी कहते हैं!”

उत्तर भारत: सम्मान और मर्यादा का अंदाज़

उत्तर भारत के ग्रामीण इलाकों में महिलाओं द्वारा पति का नाम लेना अशिष्ट माना जाता है। इसलिए वे “सुनिए”, “जी”, या “आप” कहकर संबोधित करती हैं। शहरी इलाकों में अक्सर “स्वामी”, “पति”, या नाम के साथ “जी” लगाने की परंपरा है। यह तरीके सम्मान और वैवाहिक मर्यादा का प्रतीक माने जाते हैं।

पंजाब: प्यार और चुलबुलेपन की छौंक

पंजाब में पति को “सोणेया”, “जी”, या नाम के साथ “जी” जोड़कर बुलाया जाता है। यह वहां की खुली दिलवाली संस्कृति, अपनापन और मधुर रिश्तों को दर्शाता है।

बंगाल: सरलता और आत्मीयता वाला संबोधन

बंगाल में पति को पारंपरिक रूप से “शामी” कहा जाता है, जिसका अर्थ है “स्वामी”। कई महिलाएं उन्हें “बाबू” या सीधे नाम लेकर भी बुलाती हैं। बंगाली संस्कृति में यह सादगी और भावनात्मक गहराई का प्रतीक है।

महाराष्ट्र: ‘नवरा’ में छुपा है स्नेह

मराठी परिवारों में पति को “नवरा” कहा जाता है। कई महिलाएं “हो”, “ऐकता का?”, या “सुनते हो” जैसे शब्दों का प्रयोग करती हैं। यह संबोधन वहां की घरेलू संस्कृति और वैवाहिक स्नेह का हिस्सा है।

गुजरात: सम्मान और रिश्तों की मिठास

गुजरात में पति को “नवरो” या “पती” कहा जाता है। ग्रामीण इलाकों में पति के नाम के साथ “भाई” जोड़कर बुलाने की परंपरा है, जैसे— रमेशभाई, सुरेशभाई। यह संबोधन सम्मान का प्रतीक है।

दक्षिण भारत: भाषा बदली, सम्मान वही

  • तमिलनाडु: पति को “कणवर” (கணவர்) कहा जाता है।
  • कर्नाटक: कन्नड़ में संबोधन “गंड” (ಗಂಡ) है।
  • तेलंगाना/आंध्र प्रदेश: तेलुगु में पति को “भर्त” (భర్త) या “अय्या” कहा जाता है।

इन शब्दों में स्थानीय भाषाओं की खूबसूरती और वैवाहिक आदर झलकता है।

ओडिशा: परंपरा और संस्कार का मेल

ओडिशा में महिलाएं पति को “स्वामी”, “भर्ता” या नाम से पुकारती हैं। पारंपरिक परिवारों में सम्मानजनक संबोधन का चलन अधिक है।

राजस्थान: संस्कृति में गहराई तक बसी मर्यादा

राजस्थान में पति को “ठाकुर साहब”, “जी”, या नाम के साथ “सा” लगाकर बुलाया जाता है। यह वहां की राजस्थानी शान, आदर और पारिवारिक संस्कारों का प्रतीक है।

भारत की खूबसूरती—एक रिश्ता, कई बोलियां

भारत में पति को बुलाने का तरीका सिर्फ भाषा का फर्क नहीं, बल्कि प्यार, सम्मान, संस्कृति और रिश्तों की मिठास को दर्शाता है। कहीं “सोणेया” में प्यार झलकता है, कहीं “जी” में आदर, तो कहीं “नवरा” में अपनापन।

हर राज्य की यह खासियत ही भारतीय समाज की अनोखी विविधता और रिश्तों की गहराई को खूबसूरत बनाती है।

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