
बैंकॉक/नोम पेन्ह/नई दिल्ली।
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच महीनों से दबा हुआ तनाव एक बार फिर खुले युद्ध में बदल गया है। लगातार दो दिनों से सीमा पर भारी गोलीबारी जारी है, जिसमें अब तक दोनों देशों के कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है। वहीं हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि 1.25 लाख से अधिक लोग अपने घरों को छोड़कर अस्थाई शेल्टरों में शरण लेने को मजबूर हो गए हैं।
पिछली रात थाईलैंड की आर्टिलरी फायरिंग में कंबोडिया में 7 लोगों की मौत हुई, जबकि थाईलैंड में 3 मौतें दर्ज की गईं। थाई सेना ने अपने 3 जवानों के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि की है—एक 8 दिसंबर को और दो 9 दिसंबर को। इनमें से एक सैनिक की मौत सुरीन प्रांत में इनडायरेक्ट फायर से हुई, जबकि दूसरा प्राचीन प्रेह विहियर मंदिर के पास ग्रेनेड धमाके में मारा गया।
125,838 लोग शेल्टर होम में, सीमा से बड़े पैमाने पर पलायन
थाई सेना ने संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में 492 अस्थाई शेल्टर बनाए हैं, जिनमें 1.25 लाख से अधिक लोग रह रहे हैं। कंबोडिया में पोइपेट के स्थानीय अधिकारियों ने “तात्कालिक चेतावनी” जारी कर पांच इलाकों—प्रे कुप, टॉमनब कोर 5, ओ’नेंग, टुल प्रसात सहित सीमावर्ती गांवों—को खाली कराने का आदेश दिया है।
कई परिवार रातोंरात घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे और कई इलाकों में सड़कें शरणार्थियों से भरी नजर आईं।
‘एमरल्ड ट्रायएंगल’—तनाव का पुराना केंद्र
थाईलैंड, कंबोडिया और लाओस के त्रि-जंक्शन पर स्थित एमरल्ड ट्रायएंगल लंबे समय से दोनों देशों के बीच तनाव का कारण रहा है। यह इलाका सामरिक के साथ-साथ सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
यहां स्थित
- प्रासात ता मुएन थॉम
- प्रेह विहियर मंदिर
जैसे प्राचीन विरासत स्थल दोनों देशों के बीच विवाद की मुख्य जड़ हैं।
मई 2025 में भड़का यह विवाद जुलाई में खुले युद्ध में बदल गया था, जिसे तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से हुए शांति समझौते ने रोका था। लेकिन अब संघर्ष विराम टूट चुका है और हालात फिर भयावह रूप ले चुके हैं।
स्कूल बंद, नागरिकों की सुरक्षा पर खतरा
लगातार हो रही तीव्र गोलाबारी के चलते कंबोडिया के शिक्षा मंत्रालय ने थाई सीमा से लगे प्रेह विहियर प्रांत के चोम सान जिले के सभी स्कूल अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए हैं। मंत्रालय ने कहा कि थाई आर्टिलरी शेलिंग बच्चों और स्कूल कर्मचारियों की जान के लिए सीधा खतरा है।
कंबोडियाई सरकार ने दावा किया है कि थाई हमलों में 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जबकि थाईलैंड ने कंबोडिया पर जानबूझकर नागरिक इलाकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है।
दोनों ओर से लग रहे आरोपों ने हालात को और भी तनावपूर्ण और अस्थिर बना दिया है।
तनाव बढ़ने का खतरा, अंतरराष्ट्रीय जगत चिंतित
सीमा पर लगातार धधक रही आग और दोनों सेनाओं की आक्रामक कार्रवाई को देखते हुए इस संघर्ष के और फैलने का खतरा मंडरा रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने चिंता जताते हुए तत्काल युद्धविराम और बातचीत बहाल करने की अपील की है।
