
देश के सबसे बड़े नमकीन और मिठाई ब्रांड हल्दीराम पर अब दुनिया के बड़े-बड़े रईसों की नजर टिक गई है। सिंगापुर, अमेरिका और यूएई के निवेशकों के बाद अब फ्रांस के दिग्गज कारोबारी और दुनिया के टॉप अमीरों में शामिल बर्नार्ड आरनॉल्ट ने भी हल्दीराम में हिस्सेदारी खरीद ली है।
अमेरिका की जानी-मानी प्राइवेट इक्विटी फर्म एल कैटरटन (L Catterton) ने हल्दीराम में माइनॉरिटी स्टेक लिया है। खास बात यह है कि इस फर्म में फ्रेंच लग्जरी ग्रुप LVMH और उसके चेयरमैन बर्नार्ड आरनॉल्ट की फैमिली होल्डिंग कंपनी ग्रुप अर्नॉल्ट का बड़ा निवेश है।
🌍 पहले से ही विदेशी निवेशकों की कतार
इससे पहले सिंगापुर की टेमासेक, यूएई की आईएचसी और अमेरिका की अल्फा वेव ग्लोबल मिलकर हल्दीराम में 10 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी खरीद चुकी हैं। यह डील करीब 10 अरब डॉलर की वैल्यूएशन पर हुई थी।
हालांकि एल कैटरटन ने अपने निवेश की विस्तृत जानकारी सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह भी माइनॉरिटी इन्वेस्टमेंट है।
🇮🇳 भारत के स्नैक्स बाजार पर दुनिया की नजर
एल कैटरटन का यह निवेश उसके 400 मिलियन डॉलर के इंडिया-फोकस्ड फंड से किया गया है, जिसे इसी साल लॉन्च किया गया था। इस फंड का मकसद भारत में 25 मिलियन से 150 मिलियन डॉलर तक के निवेश करना है।
विशेषज्ञों के मुताबिक भारत का नमकीन और स्नैक्स बाजार इस समय करीब 6.2 अरब डॉलर का है और तेजी से बढ़ रहा है। यही वजह है कि दुनिया की दिग्गज निवेश कंपनियां भारतीय फूड ब्रांड्स में हिस्सेदारी के लिए आगे आ रही हैं।
🍟 पारंपरिक ब्रांड, ग्लोबल उड़ान
हल्दीराम के अलावा राजकोट की बालाजी वेफर्स भी जनरल अटलांटिक से करीब 35,000 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन पर निवेश हासिल करने की तैयारी में है।
पारंपरिक पारिवारिक कारोबार अब प्रोफेशनल निवेशकों के साथ मिलकर अपने ब्रांड को वैश्विक स्तर पर फैलाने की रणनीति अपना रहे हैं।
इस साल पैकेज्ड फूड और फूड सर्विस सेक्टर में रिकॉर्ड निवेश देखने को मिला है।
💰 कौन हैं बर्नार्ड आरनॉल्ट?
एल कैटरटन दुनिया भर में 275 से ज्यादा कंज्यूमर ब्रांड्स में निवेश कर चुका है। भारत में इसने Drools, Farmley और Sugar Cosmetics जैसी कंपनियों को सपोर्ट किया है।
ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक—
- बर्नार्ड आरनॉल्ट की नेटवर्थ: 205 अरब डॉलर
- मुकेश अंबानी: 106 अरब डॉलर (18वां स्थान)
- गौतम अडानी: 83.6 अरब डॉलर (20वां स्थान)
आरनॉल्ट दुनिया के टॉप-10 अमीरों में शामिल इकलौते गैर-अमेरिकी कारोबारी हैं। उनकी संपत्ति अंबानी और अडानी की कुल संपत्ति से भी कहीं ज्यादा है।
📰 निष्कर्ष
भारत का देसी स्वाद अब ग्लोबल निवेशकों को लुभा रहा है। हल्दीराम में बर्नार्ड आरनॉल्ट जैसे रईस का निवेश इस बात का संकेत है कि भारतीय फूड ब्रांड्स अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी पहचान बनाने की ओर बढ़ चुके हैं।