
नई दिल्ली।
दिल्ली-एनसीआर और देश के कई राज्यों में बढ़ते प्रदूषण के मुद्दे को लेकर संसद में आज चर्चा होगी। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव शाम 5 बजे लोकसभा में प्रदूषण, वायु गुणवत्ता और उपायों को लेकर विपक्ष के सवालों, आपत्तियों और सुझावों का जवाब देंगे।
शीतकालीन सत्र की शुरुआत से ही यह मुद्दा संसद में प्रमुखता से उठता रहा है। विपक्ष लगातार सरकार से खतरनाक वायु प्रदूषण पर ठोस कदम उठाने की मांग कर रहा है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी इस संकट से निपटने के लिए स्पष्ट और प्रभावी योजना पेश करने की आवश्यकता पर जोर दिया। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा और समाधान दोनों के लिए तैयार है।
एयर प्यूरीफायर और जागरूकता पर जोर:
डीएमके सदस्य डॉ. कनिमोझी एनवीएम सोमू ने पूछा कि क्या सरकार गंभीर प्रदूषित क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर एयर प्यूरीफायर लगाने के लिए धन आवंटित कर रही है। इस पर मंत्री यादव ने स्थिति की गंभीरता स्वीकार करते हुए कहा, “वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या है। नागरिकों को AQI रीडिंग के प्रति जागरूक होना जरूरी है।”
उन्होंने बताया कि नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (NCAP) के तहत देश के 130 शहरों में वायु गुणवत्ता सुधार के लिए पहलें शुरू की गई हैं। साथ ही सरकार हानिकारक औद्योगिक उत्सर्जन को कम करने और प्रवर्तन में सुधार के लिए दिशा-निर्देश जारी करेगी।
शहरी स्थानीय निकायों की भूमिका:
मंत्री ने कहा कि जमीनी स्तर पर प्रभावी प्रवर्तन के लिए शहरी स्थानीय निकायों को सशक्त बनाना और उनका समर्थन करना सरकार की प्राथमिकता है।
दिल्ली का वायु गुणवत्ता हाल:
इस बीच, बुधवार को दिल्ली में स्मॉग छाया रहा। शाम 4 बजे शहर का 24 घंटे का औसत AQI 334 दर्ज किया गया, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। हालांकि यह मंगलवार के 354 के स्तर से कुछ बेहतर है। अगले छह दिनों में वायु गुणवत्ता “बहुत खराब” और “गंभीर” के बीच रहने का अनुमान है।
इस चर्चा से यह उम्मीद जताई जा रही है कि संसद में प्रदूषण नियंत्रण के लिए ठोस और प्रभावी कदमों पर सहमति बनेगी।