
बीजिंग: भारत ने चीनी पेशेवरों के लिए बिजनेस वीजा प्रक्रिया में तेजी ला कर एक बड़ा कदम उठाया है। इस फैसले की चीन ने खुलकर तारीफ की है और इसे दोनों देशों के साझा हित में बताया है। वहीं, पांच साल बाद भारत और चीन के बीच सीधी हवाई सेवा भी बहाल हो गई है, जो कोविड महामारी के कारण बंद थी।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा, “लोगों के आने-जाने को आसान बनाना दोनों देशों के हित में है। चीन इस दिशा में भारत के साथ लगातार संवाद और समन्वय बनाए रखने के लिए तैयार है।”
भारत-चीन के बीच सीधी उड़ान सेवा नवंबर 2025 से शुरू हुई। चाइना इस्टर्न एयरलाइंस अब शंघाई और दिल्ली के बीच सप्ताह में तीन बार सीधी उड़ान चला रही है। इससे न केवल व्यापारिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क भी आसान होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त 2025 में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में भाग लेने के लिए चीन का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इसके बाद दोनों देशों के संबंधों में सुधार देखने को मिला, जिसमें वीजा प्रक्रिया में तेजी, सीधी उड़ान सेवा और कैलाश मानसरोवर यात्रा जैसी महत्वपूर्ण पहल शामिल हैं।
इस कदम को विशेषज्ञ दोनों देशों के लिए “रणनीतिक और आर्थिक रूप से लाभकारी” बता रहे हैं।
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