
पाकिस्तान के नए CDF बने असीम मुनीर का बड़ा ऐलान: भारत से तालिबान तक को दिया सख्त संदेश
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में सत्ता-संतुलन एक बार फिर सेना की ओर झुक गया है। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर को देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेस (CDF) नियुक्त कर दिया है। नोटिफिकेशन जारी होते ही असीम मुनीर ने पाकिस्तानियों को “नई ऊंचाइयों” का भरोसा देते हुए देश-विदेश, खासकर भारत और तालिबान को स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की।
राष्ट्रपति भवन में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में असीम मुनीर ने कहा—
“सब ठीक है… चीजें अब सुधार की ओर बढ़ रही हैं। पाकिस्तान अब नई ऊंचाइयां छूने जा रहा है।”
सरकार ने इस नियुक्ति का कारण पाकिस्तान सेना के “भारत के खिलाफ शानदार प्रदर्शन” को बताया है। CDF बनने के बाद असीम मुनीर तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर बन गए हैं। विश्लेषकों के अनुसार यह कदम न केवल पाकिस्तान की सत्ता-व्यवस्था में सेना के प्रभाव को और मजबूत करता है, बल्कि असीम मुनीर की आक्रामक रणनीति का संकेत भी देता है।
भारत और तालिबान पर नजरें, खुद को ‘विजेता’ दिखाने की कोशिश
पाकिस्तान में हाल के महीनों में सेना की स्थिति लगातार कमजोर दिखी है—
- ऑपरेशन सिंदूर में बुरी हार
- तालिबान के जवाबी हमलों में पाक सैनिकों की बड़ी संख्या में मौत
- बेरोजगारी का रिकॉर्ड स्तर
- टीटीपी और बलूच विद्रोहियों द्वारा लगातार हमले
इन परिस्थितियों में सेना की विश्वसनीयता तेजी से गिर रही थी। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे माहौल में असीम मुनीर अपनी ताकत दिखाने और खुद को ‘विजेता जनरल’ साबित करने के लिए भारत और तालिबान के खिलाफ आक्रामक रुख अपना सकते हैं। यह भी माना जा रहा है कि कश्मीर में तनाव बढ़ाने की कोशिशें तेज हो सकती हैं।
नवाज-शहबाज और सेना के बीच लंबे सौदेबाजी के बाद नियुक्ति
पाकिस्तान में CDF का पद बनाने और मुनीर को नियुक्त करने से पहले भारी राजनीतिक मोलभाव हुआ।
- प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने यह फाइल नवाज शरीफ की मंजूरी के बाद आगे भेजी
- राष्ट्रपति जरदारी ने देर रात नोटिफिकेशन पर हस्ताक्षर किए
- इस पद का कार्यकाल 5 साल रखा गया है
साथ ही एयरफोर्स चीफ जहीर अहमद बाबर सिद्धू का कार्यकाल भी दो वर्ष बढ़ा दिया गया है। सरकार के सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने कहा कि CDF का गठन राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से “अत्यंत महत्वपूर्ण” है, हालांकि इसके नियम अभी तय किए जा रहे हैं।
राजनीतिक सौदे की चर्चा तेज
पाकिस्तानी राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि—
- नवाज शरीफ फिर से प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं
- वे अपनी पसंद के अधिकारी को मुनीर का डिप्टी बनवाना चाहते थे
- लंबे संवाद और सौदेबाजी के बाद यह नियुक्ति संभव हो पाई
एक्सपर्ट्स का यह भी दावा है कि असीम मुनीर की विचारधारा “जिहादी झुकाव” वाली मानी जाती है, जो भारत के लिए आने वाले समय में चिंता का कारण हो सकती है।
डोनाल्ड ट्रंप से नजदीकी भी सुर्खियों में
रिपोर्ट्स के मुताबिक, असीम मुनीर ने अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी निजी संबंध बनाए हैं, जिससे पाकिस्तान की विदेश नीति में नए समीकरण बन सकते हैं।
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