Tuesday, December 2

कड़ाके की ठंड के लिए हो जाएं तैयार, उत्तर भारत के कई हिस्सों में सर्दी ने दिखाए तेवर

नई दिल्ली: दिसंबर की शुरुआत के साथ ही ठंड का प्रकोप पूरे देश में बढ़ता जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि इस शीत ऋतु में दिसंबर से फरवरी तक भारत के बड़े हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है। खासकर मध्य भारत, उत्तर-पश्चिम भारत और तेलंगाना में तापमान सामान्य से कम रहेगा, जिससे कोल्ड वेव वाले दिनों की संख्या बढ़ सकती है

IMD के अनुसार इस बार मध्य प्रदेश, उत्तर और पूर्वी महाराष्ट्र, गुजरात के कुछ हिस्सों, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पूर्व और दक्षिण राजस्थान, पश्चिमी और दक्षिणी उत्तर प्रदेश और तेलंगाना में दिन और रात दोनों में ठंड अधिक महसूस होगी। इन राज्यों में इस बार 8 से 11 दिन तक कोल्ड वेव की स्थिति बनी रह सकती है।

पहली कोल्ड वेव की शुरुआत पहले ही हो चुकी है:
इस साल मौसम की पहली कोल्ड वेव पहले ही पश्चिमी, मध्य और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में देखी गई थी। 8 से 18 नवंबर के बीच राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कोल्ड से लेकर सीवियर कोल्ड वेव दर्ज की गई थी। वहीं, 15 और 20 नवंबर को महाराष्ट्र के उत्तरी इलाकों में भी सर्दी का प्रकोप रहा।

कोल्ड वेव की परिभाषा:
IMD के अनुसार मैदानी इलाकों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम होने और सामान्य से 4.5 से 6.4 डिग्री नीचे जाने पर कोल्ड वेव घोषित की जाती है। पहाड़ी इलाकों में यह सीमा 0 डिग्री सेल्सियस या उससे कम होती है।

स्वास्थ्य और यातायात पर प्रभाव:
IMD ने चेतावनी दी है कि बढ़ी हुई कोल्ड वेव बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों के लिए स्वास्थ्य जोखिम बढ़ा सकती है। सुबह के समय घना कोहरा दृश्यता कम कर सकता है, जिससे सड़क, रेल और हवाई यातायात बाधित हो सकता है। स्थिर मौसम की वजह से कुछ शहरी इलाकों में वायु गुणवत्ता भी और खराब हो सकती है।

कृषि और दैनिक जीवन पर असर:
लंबी ठंड की अवधि में कृषि, बागवानी और दिहाड़ी मजदूरों जैसे मौसम पर निर्भर क्षेत्रों को भी परिचालन संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि दिसंबर 2025 से फरवरी 2026 तक मध्य भारत, प्रायद्वीपीय भारत और उत्तर-पश्चिमी भारत के अधिकांश हिस्सों में रात का तापमान सामान्य या सामान्य से कम रहने की संभावना है। वहीं, उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत में दिन का तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि दिसंबर में इन हिस्सों में कोल्ड वेव की घटनाएं सामान्य से अधिक हो सकती हैं।

अधिकारिक चेतावनी:
IMD ने लोगों से अपील की है कि सर्दी में अतिरिक्त सावधानी बरतें, बुजुर्गों और बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं और सुबह के समय यात्रा करते समय सड़क सुरक्षा पर ध्यान दें।

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