
महाराष्ट्र में बहुप्रतीक्षित स्थानीय निकाय चुनाव का पहला चरण मंगलवार, 2 दिसंबर को शुरू हो गया। इस चरण में 264 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के लिए मतदान हो रहा है। विधानसभा चुनाव के एक साल बाद हो रहे इस चुनाव में गठबंधन की राजनीति, मित्रवत टकराव और कानूनी उलझनों के बीच लगभग एक करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं।
मुख्य हाइलाइट्स:
- बुलढाणा में फर्जी वोटिंग: खामगांव नगर परिषद वार्ड नंबर 15 के गांधी प्राइमरी स्कूल पोलिंग सेंटर पर दो फर्जी मतदाताओं को पकड़ा गया। ये ग्रामीण इलाके के वोटर थे, जो किसी और के नाम से वोट डालने आए थे। कांग्रेस ने इस घटना को लेकर हंगामा किया और फर्जी वोटिंग के आरोप लगाए।
- ईवीएम खराबी: सतारा, जालना और यवतमाल जिलों में ईवीएम मशीनें बंद होने से मतदान प्रक्रिया बाधित हुई। कुछ जगहों पर मतदान 20 मिनट देरी से शुरू हुआ, जबकि कुछ जगहों पर एक घंटे तक रुका रहा।
- वोटिंग का उत्साह: पालघर, वाशिम, धुले और नंदुरबार में वोटिंग शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण रही। मतदाता परिवार के साथ पोलिंग बूथ पहुंचे और लाइन में खड़े होकर बारी-बारी से वोट डाल रहे हैं।
- स्थगित मतदान: 24 नगर परिषदों और 154 सदस्य पदों के लिए मतदान न्यायिक अपीलों के कारण अब 20 दिसंबर को होगा।
- राजनीतिक हलचल: बदलापुर में शिवसेना उभाठा पार्टी के छह उम्मीदवार भाजपा की मेयर उम्मीदवार रुचिता घोरपड़े का समर्थन करने का ऐलान किया। हालांकि, दो उम्मीदवारों ने यह फैसला वापस लिया।
- सरकारी छुट्टी का ऐलान: राज्य सरकार ने 2 दिसंबर को वोटिंग के लिए पेड छुट्टी की घोषणा की।
चुनाव प्रक्रिया:
मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 5:30 बजे तक जारी रहेगा। कुल 13,355 मतदान केंद्रों पर 6,705 सदस्यों और 264 अध्यक्षों के भाग्य का फैसला होगा। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल किया जा रहा है और मतगणना 3 दिसंबर की सुबह से शुरू होगी।
राजनीतिक परिदृश्य:
लोकल बॉडी चुनाव महायुति गठबंधन (भाजपा, शिवसेना – एकनाथ शिंदे गुट और एनसीपी – अजित पवार गुट) और विपक्षी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के बीच है। ये चुनाव राज्य में राजनीतिक रुझान और गठबंधन की जमीनी ताकत का अहम संकेत देंगे।
इस चुनाव के परिणाम यह बताएंगे कि क्या पिछले विधानसभा चुनाव में महायुति की जीत का असर स्थानीय निकाय स्तर पर भी दिखाई देगा या विपक्षी गठबंधन एमवीए महायुति को चुनौती दे पाएगा।
विशेष ध्यान: मतदान के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता या फर्जी वोटिंग पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। चुनाव आयोग ने सभी पोलिंग बूथों पर सुरक्षा बल तैनात किए हैं और ईवीएम व बैलेट यूनिट की सुरक्षा सुनिश्चित की है।
महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव में आज की वोटिंग राजनीतिक पर्यवेक्षकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि यह राज्य की आगामी राजनीति के संकेतक के रूप में देखा जा रहा है।