
मुंबई की AC लोकल ट्रेन में तीन यात्रियों को AI से बनाए गए नकली सीजन पास के साथ पकड़ा गया। ट्रेन टिकट चेकिंग के दौरान TTE प्रशांत कांबले ने सिर्फ एक सवाल पूछकर ही तीनों की पोल खोल दी। रेलवे ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की है और यात्रियों को चेतावनी दी है कि टिकट हमेशा अधिकृत स्रोत से ही लें।
AI ने किया आसान, लेकिन पकड़े गए यात्री
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक से आजकल कई काम आसान हो गए हैं, लेकिन इसके दुरुपयोग के मामले भी सामने आ रहे हैं। हालिया घटना में तीन यात्री—एक युवती और दो युवक—ने AI की मदद से फर्जी सीजन पास बनाए और परेल से कल्याण जाने वाली AC लोकल ट्रेन में सफर किया।
कैसे पकड़े गए?
- टिकट चेक करते समय TTE ने यात्रियों से असल UTS ऐप में टिकट दिखाने को कहा।
- तीनों यात्री केवल अपने फोन में सेव की हुई टिकट की फोटो दिखा पाए।
- जांच में पाया गया कि तीनों टिकट पर एक ही नंबर (XOOJHN4569) था, जबकि असली टिकट का हर नंबर अलग होता है।
- मोबाइल नंबर चेक करने पर पता चला कि रेलवे रिकॉर्ड में इस नंबर पर कोई टिकट जारी नहीं हुआ था।
रेलवे की सख्ती और सतर्कता
- TTE प्रशांत कांबले और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के जवानों की सतर्कता से फर्जीवाड़ा सामने आया।
- रेलवे ने सभी यात्रियों से कहा कि सिर्फ अधिकृत काउंटर, ATVM मशीन या UTS ऐप से ही टिकट लें।
- नकली या AI से बने टिकट का उपयोग करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष
यह मामला साबित करता है कि AI तकनीक का दुरुपयोग भी बढ़ रहा है। रेलवे ने सतर्कता और सख्ती से यात्रियों की सुरक्षा और टिकटिंग प्रणाली की विश्वसनीयता को बनाए रखने का संदेश दिया है।