
नई दिल्ली: हर साल 1 दिसंबर को वर्ल्ड एड्स डे मनाया जाता है। HIV एक जानलेवा बीमारी है, जिसकी रोकथाम और समय पर पहचान बेहद जरूरी है। शुरुआती लक्षण अक्सर सामान्य फ्लू या वायरल इंफेक्शन जैसे दिखते हैं, इसलिए लोग इन्हें अनदेखा कर देते हैं।
HIV के शुरुआती लक्षण
विशेषज्ञों के अनुसार HIV संक्रमण के शुरुआती चरण में आमतौर पर निम्न लक्षण दिखाई देते हैं:
- तेज या हल्का बुखार, ठंड लगना
- लगातार थकान और कमजोरी
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- गले में खराश
- बगल, गले या कूल्हे में सूजे हुए लिम्फ नोड्स
- त्वचा पर लाल दाने या धब्बे
- सिरदर्द, उल्टी, दस्त या पेट संबंधी परेशानियाँ
लगभग 90% लोग संक्रमण के पहले महीने में कम से कम एक लक्षण महसूस करते हैं। हालांकि ये लक्षण कुछ हफ्तों में अपने आप कम हो जाते हैं, जिससे लोग HIV से जोड़ नहीं पाते।
जल्दी पहचान और टेस्टिंग जरूरी
शुरुआती पहचान होने पर एंटीरेट्रोवायरल थेरपी (ART) तुरंत शुरू की जा सकती है। इससे वायरस का स्तर बहुत कम हो जाता है और अन्य लोगों में फैलने का खतरा लगभग खत्म हो जाता है। ART इम्यून सिस्टम को सुरक्षित रखता है और लंबे समय की स्वास्थ्य समस्याओं को भी कम करता है।
क्या करें अगर लक्षण दिखें
- किसी भी जोखिम वाले संपर्क के बाद तुरंत HIV टेस्ट कराएं।
- जोखिम वाले एक्सपोजर के 72 घंटे के भीतर PEP दवा लेने से संक्रमण रोका जा सकता है।
- टेस्ट पॉजिटिव आने पर ART तुरंत शुरू करना जरूरी है।
किन लोगों को प्राथमिकता पर टेस्ट कराना चाहिए
- युवा लोग, सेक्स वर्कर, MSM, इंजेक्टिंग ड्रग यूजर्स
- गर्भवती महिलाएं
- HIV पॉजिटिव व्यक्तियों के पार्टनर
नोट: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है। सही जानकारी और उपचार के लिए हमेशा डॉक्टर से संपर्क करें।