
महोबा: उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) में पंचायत सहायकों द्वारा रुचि न दिखाने पर डीपीआरओ ने सख्त कदम उठाते हुए 27 पंचायत सहायकों की सेवाएं समाप्त कर दीं। इस कार्रवाई ने अन्य कर्मियों में हड़कंप मचा दिया है।
डीपीआरओ का रुख:
जिला पंचायती राज अधिकारी चंद्रकिशोर वर्मा ने बताया कि अनुपस्थित पाए गए पंचायत सहायकों की सूची जिला प्रशासन को भेज दी गई है। इसके तहत चरखारी, कबरई, जैतपुर और पनवाड़ी ब्लॉक की कई ग्राम पंचायतों में कार्यरत 27 सहायकों को सेवा समाप्ति का प्रस्ताव एडीओ पंचायत द्वारा तीन दिनों में ग्राम पंचायतों को भेजा जाएगा।
एसआईआर में लापरवाही:
प्रदेश भर में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण में बीएलओ और उनके सहयोगी पंचायत सहायकों को तैनात किया गया है। इसके बावजूद महोबा जिले में अब तक केवल 50 प्रतिशत डेटा ही ऑनलाइन दर्ज हो पाया है। अनुपस्थित पाए गए पंचायत सहायकों ने SIR कार्य में सहयोग नहीं किया।
कौन-कौन शामिल:
- कबरई ब्लॉक: डिगरिया, श्रीनगर, सिचौरा, सिजहरी, ढिकवाहा और कबरई देहात
- पनवाड़ी ब्लॉक: अमानपुरा, विजयपुर, पनवाड़ी, नकरा, कोहनिया, किल्हौआ, काशीपुरा, तेईया, चौका, सौरा, बम्हौरीकुर्मिन
- चरखारी ब्लॉक: अक्ठौंहा, कुड़ार, बमरारा, गौरहारी
- जैतपुर ब्लॉक: गुढ़ा, जैलवारा, कमालपुरा, बिहार, थुरट, सलैयामाफ
जिलाधिकारी की अपील:
जिलाधिकारी गजल भारद्वाज ने बताया कि 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक भरे गए गणना प्रपत्र 1 दिसंबर तक जमा करना आवश्यक है। उन्होंने मतदाताओं और सभी बीएलओ से कहा कि वे पूरी तत्परता के साथ अभियान में सहयोग करें, ताकि किसी भी पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची से छूट न जाए।
सख्त संदेश:
डीपीआरओ की इस कार्रवाई से स्पष्ट हो गया है कि निर्वाचन कार्य में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी कर्मियों को अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए सतर्क रहना होगा।