
पटना/दिल्ली। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य के एससी/एसटी एक्ट और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी को लेकर दिए गए विवादित बयानों ने राजनीतिक माहौल गर्म कर दिया है। इस पर बिहार के पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
रामभद्राचार्य के विवादित बयान
चित्रकूट कार्यक्रम में जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि जाति आधारित आरक्षण समाप्त किया जाना चाहिए। उनका दावा था कि वेदों में अवर्ण या सवर्ण का कोई उल्लेख नहीं है और एससी/एसटी एक्ट को खत्म या संशोधित करना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राम मंदिर यात्रा की सराहना की, जबकि राहुल गांधी और अखिलेश यादव के मंदिर न जाने पर आश्चर्य व्यक्त किया। साथ ही सोनिया गांधी को लेकर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि वे भारतीय नहीं हैं।
पप्पू यादव की प्रतिक्रिया
इस पर पप्पू यादव भड़क गए और जगद्गुरु को सलाह दी कि सभी दलित, एससी और एसटी को अपने बीच शामिल करें, तभी आरक्षण खत्म करने की बात सही मानी जा सकती है। उन्होंने कहा, “ऐसे लोग केवल अंबेडकर के विचारों से ही ठीक हो सकते हैं। सोनिया गांधी इस देश की बहू और मां हैं, उनका अपमान अस्वीकार्य है।”
सामाजिक और राजनीतिक विवाद
पप्पू यादव ने बिहार सरकार की नवगठित कैबिनेट पर भी टिप्पणी की और कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अगर गृह मंत्री अच्छा काम करते हैं तो उनका धन्यवाद करेंगे, लेकिन पिछले 20 वर्षों से कैबिनेट में बैठे अपराधी और माफिया नेटवर्क को समाप्त किया जाना चाहिए।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य के बयान ने न केवल सामाजिक संगठनों में विवाद पैदा किया है, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी बहस तेज कर दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि आगामी दिनों में इस विवाद के और बढ़ने की संभावना है।
नोट: इस बयान ने जाति आधारित आरक्षण और समाज में समानता के मुद्दों पर बहस को नई दिशा दी है और नेताओं एवं नागरिकों की प्रतिक्रियाओं को जन्म दिया है।