
नई दिल्ली/फरीदाबाद: दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार शाम 6:52 बजे हुए भयंकर कार ब्लास्ट में 13 लोगों की मौत और 20 अन्य घायल हो गए। अब इस ब्लास्ट में इस्तेमाल आई20 कार को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में पता चला कि फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले डॉ. उमर नबी मुहम्मद ने फिदायीन हमले के लिए यह कार हरियाणा के नूंह से रवाना की थी।
सीसीटीवी फुटेज ने किया सब कुछ स्पष्ट:
10 नवंबर की सुबह 7:50 बजे की सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि कार नूंह से निकलकर दिल्ली की ओर बढ़ी। इसके अलावा, ओखला में कार की पीयूसी कराने की वीडियो फुटेज भी मिली। विस्फोट के बाद धुंआ फैलने के कारण और वीडियो फुटेज ने हमले की पूरी साजिश को उजागर किया।
डीएनए मैच से हुई पुष्टि:
कार में सवार डॉ. उमर मुहम्मद के शरीर के अंशों की डीएनए जांच में पुष्टि हुई कि वही फिदायीन ड्राइवर था। विस्फोटक पकड़े जाने और साथियों की गिरफ्तारी के बाद हड़बड़ी में उन्होंने यह आत्मघाती हमला अंजाम दिया।
एनआईए और राज्य पुलिस जांच में जुटी:
इस आतंकी घटना की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) कर रही है, जबकि जम्मू-कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद की साजिश के खुलासे में राज्य पुलिस सक्रिय है। घटना ने देशभर में सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ सावधानी बढ़ाने की चेतावनी को मजबूत किया है।
