
फतेहपुर (NBT NEWS DESK)। उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने फतेहपुर जिले में अवैध खनन के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में खनन विभाग और परिवहन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहे सिंडिकेट का भंडाफोड़ हुआ। एसटीएफ ने खनिज अधिकारी और उनके गनर समेत 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
सरकारी खजाने को चूना लगाने का खुलासा:
एसटीएफ लखनऊ के इंस्पेक्टर दीपक सिंह ने थरियांव थाने में शिकायती पत्र दिया। इसमें बताया गया कि अधिकारियों और लोकेटरों की मिलीभगत से ओवरलोड मौरंग और गिट्टी वाले ट्रकों को बिना कार्रवाई के पास कराया जाता था। इसके एवज में 5,000 से 7,000 रुपये तक की अवैध वसूली की जाती थी, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा था।
सिंडिकेट का पर्दाफाश:
एसटीएफ और थरियांव थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए लोकेटर धीरेंद्र सिंह और विक्रम को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने सिस्टम का भंडाफोड़ किया और बताया कि ओवरलोड ट्रक आसानी से पास हो जाते थे। चोरी के मौरंग से भरे एक ट्रक को भी पकड़ लिया गया। आरोपियों के पास से दो एंड्रॉइड मोबाइल भी बरामद हुए।
कौन-कौन शामिल था:
हत्थे चढ़े आरोपियों ने बताया कि अवैध कारोबार में खनन अधिकारी देशराज पटेल, उनके गनर राजू, आरटीओ ड्राइवर बबलू पटेल और मुकेश तिवारी भी शामिल थे।
कानूनी कार्रवाई:
एसएचओ थरियांव राजेंद्र सिंह ने बताया कि खनन अधिकारी समेत 6 लोगों के खिलाफ खन एवं खनिज अधिनियम, भ्रष्टाचार निवारण एक्ट और अन्य सुसंगत धाराओं में केस दर्ज किया गया। इस कार्रवाई में अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।