
नई दिल्ली: भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया में वापसी की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। चैंपियंस ट्रॉफी के बाद लंबे समय तक टीम से बाहर रहने वाले शमी ने घरेलू क्रिकेट में अपनी फॉर्म साबित की है। चयनकर्ताओं की नजर भी उनके प्रदर्शन पर लगातार बनी हुई है।
सूत्रों के अनुसार, शमी को 11 जनवरी से न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज में शामिल किए जाने की संभावना है। एनडीटीवी की रिपोर्ट में कहा गया, “मोहम्मद शमी पूरी तरह से टीम से बाहर नहीं हैं। उनकी फिटनेस पर केवल निगरानी है। जैसे खिलाड़ी विकेट लेते हैं, शमी उनके जैसी क्षमता रखते हैं। यदि उन्हें चुना जाता है तो यह किसी के लिए भी आश्चर्य की बात नहीं होगी।”
विजय हजारे ट्रॉफी में 35 साल के शमी ने अब तक अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा है। बंगाल के खिलाफ उन्होंने पहले ही स्पेल में दो विकेट लिए, 6 ओवर में 29 डॉट बॉल डालकर बल्लेबाजों को परेशान किया। शुरुआती तीन मैचों में पाटा विकेट होने के बावजूद शमी ने 6 शिकार किए हैं। रणजी ट्रॉफी में उनके 4 मैचों में 20 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी काबिले तारीफ रहा।
जम्मू-कश्मीर की टीम 63 रन पर ऑलआउट
बंगाल के खिलाफ मोहम्मद शमी की नई गेंद से कहर बरपाने के बाद जम्मू-कश्मीर की टीम मात्र 63 रन पर सिमट गई। शमी के बाद आकाश दीप और मुकेश कुमार ने मोर्चा संभाला और दोनों ने 4-4 विकेट लेकर टीम की जीत सुनिश्चित की। बंगाल ने महज 10 ओवर के अंदर मैच अपने नाम कर लिया।
शमी की वापसी और उनका घरेलू प्रदर्शन यह संकेत दे रहा है कि टीम इंडिया में उनका अनुभव और खतरनाक गेंदबाजी बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।