
नई दिल्ली: फिडे वर्ल्ड ब्लिट्ज चैंपियनशिप 2025 में बड़ी सनसनीखेज घटना देखने को मिली। विश्व चैंपियन और सुपर ग्रैंड मास्टर डी गुकेश तीसरे राउंड में मात्र 12 साल के युवा फिडे मास्टर सर्गेई स्लोकिन से हार गए।
गौरतलब है कि गुकेश की ब्लिट्ज रेटिंग 2628 थी, जबकि स्लोकिन की लगभग 2400। दोनों के बीच रेटिंग का अंतर 228 अंक का था। इसके बावजूद स्लोकिन ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया और गुकेश को हराने में सफलता पाई।
खेल का निर्णायक मोड़ 70वीं चाल पर आया। काले मोहरों से खेल रहे गुकेश के पास केवल 8 सेकंड बचे थे, जबकि स्लोकिन के पास 13 सेकंड थे। इस दबाव में स्लोकिन ने हाथी की अदला-बदली का प्रस्ताव रखा। गुकेश, जो जीत की कोशिश में थे, ने जोखिम उठाते हुए इसे अस्वीकार कर 70.Rf4 खेला।
यह निर्णय महंगा साबित हुआ। स्लोकिन ने तुरंत इसका फायदा उठाया और बिशप जीत लिया। इसके बाद गुकेश की स्थिति और बिगड़ गई और आखिरकार उन्होंने हार मान ली।
सर्गेई स्लोकिन, जो 2013 में जन्मे हैं, आधे अर्मेनियाई और आधे रूसी हैं। फिलहाल वह किसी देश का प्रतिनिधित्व नहीं करते और FIDE फेडरेशन के झंडे तले खेलते हैं। यह युवा प्रतिभा वर्ल्ड रैपिड चैंपियनशिप में भी दिख चुकी है, जहां उन्होंने ओपन कैटेगरी में सबसे अधिक रेटिंग पॉइंट्स हासिल किए।
इस हार से यह साबित होता है कि शतरंज में उम्र या रेटिंग का अंतर कोई बड़ा बाधक नहीं होता; साहस, रणनीति और समय प्रबंधन ही जीत की कुंजी हैं।