
मुंबई। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र इन दिनों अस्वस्थ हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। डॉक्टर उनकी लगातार निगरानी कर रहे हैं, जबकि परिवार और प्रशंसक उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। इस बीच, अभिनेता का एक पुराना भावुक इंटरव्यू एक बार फिर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने अपने मां-बाप से जुड़ी दिल छू लेने वाली बातें साझा की थीं।
धर्मेंद्र ने कहा था — “मेरे मां-बाप मेरे वक्त के लिए तरसते रहे, और आज वही कमी मुझे भी खलती है। काश, मेरे बाबूजी मेरे दोस्त होते… दोस्ती होना बहुत जरूरी है।”
“सनी आता है और बस कहता है — पापा, मैं शूटिंग पर जा रहा हूं”
धर्मेंद्र ने बताया कि जैसे वो अपने पिता से ज़्यादा बातचीत नहीं कर पाते थे, अब वैसा ही रिश्ता उनके बेटे सनी देओल के साथ है।
“सनी आता है और बस कहता है — ‘पापा, मैं शूटिंग पर जा रहा हूं।’ ऐसे ही मैं भी अपने पिताजी से कहता था। वो छड़ी लेकर बैठे रहते थे और कहते थे, ‘जल्दी आ जाया करो शूटिंग से।’ आज वो लम्हे याद आते हैं, जब मैं उन्हें गले लगाकर निकल जाता था।”
“मां ठुड्डी पर हाथ रखकर मेरा इंतजार करती थीं”
धर्मेंद्र ने आगे कहा — “शाम को जब मैं लौटता था तो मां ठुड्डी पर हाथ रखे बैठी रहती थीं। जब पूछता कि क्या हुआ, तो बस मुस्कराती थीं। आज समझ आता है कि हमारे मां-बाप भी हमारे साथ की तलाश में रहते थे। वही प्यार, वही लाड़-दुलार उन्हें भी चाहिए था, जो उन्होंने हमें बचपन में दिया था। आज वो कमी सबसे ज़्यादा महसूस होती है।”
🕊️ बुज़ुर्ग माता-पिता का ऐसे रखें ध्यान
धर्मेंद्र की इस भावुक स्वीकारोक्ति से हमें यह सीख मिलती है कि माता-पिता को केवल आर्थिक सहयोग ही नहीं, हमारा समय और साथ भी चाहिए। यहां कुछ बातें हैं जो हर बच्चे को ध्यान रखनी चाहिए —
💬 1. समय दें — यही सबसे बड़ा तोहफा है
चाहे दिन में सिर्फ आधा घंटा ही क्यों न हो, अपने माता-पिता के साथ बैठें, उनकी बातें सुनें और अपने मन की बातें साझा करें। उनके लिए आपका वक्त ही सबसे अनमोल उपहार है।
🎉 2. उनके स्पेशल दिन को बनाएं यादगार
उनका जन्मदिन, शादी की सालगिरह या कोई और खास दिन प्यार से मनाएं। पुरानी तस्वीरों का कोलाज बनाएं या परिवार संग छोटी-सी पार्टी करें — यह छोटे पल उन्हें बहुत बड़ी खुशी देते हैं।
❤️ 3. उनकी सेहत पर रखें नजर
उम्र बढ़ने के साथ छोटी-सी लापरवाही भी बड़ी परेशानी बन सकती है। उनकी दवाइयां, खानपान और रूटीन चेकअप का ध्यान रखें। उनके साथ डॉक्टर विज़िट में शामिल हों ताकि उन्हें सुरक्षा और अपनापन महसूस हो।
☕ 4. उनसे सलाह लें, उन्हें महसूस कराएं कि वे ज़रूरी हैं
किसी भी पारिवारिक या निजी निर्णय में उनकी राय लें। इससे उन्हें यह एहसास होगा कि उनकी मौजूदगी आज भी आपके जीवन में अहम है।
🌷 5. प्यार जताएं — क्योंकि भावनाएं शब्दों से बड़ी होती हैं
मां-बाप को यह बताने में झिझक न करें कि आप उनसे प्यार करते हैं। एक गले लगाना, एक मुस्कान, या बस उनका हाथ थाम लेना — यही वो इज़हार है जिसकी उन्हें सबसे ज़्यादा जरूरत होती है।
📰 संदेश साफ़ है: धर्मेंद्र की तरह, हम सबको यह याद रखना चाहिए कि वक्त सबसे कीमती चीज़ है — और अगर हम अपने माता-पिता को यह वक्त नहीं दे पाए, तो यही कमी हमें जीवनभर खलती रहती है।