
मुरैना, 11 नवंबर 2025 — जिले में सरकारी जवाबदेही और उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए मुरैना कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ ने सोमवार को बड़ा कदम उठाया। उन्होंने दोपहर 12 बजे अचानक वीडियो कॉलिंग के माध्यम से ग्राम पंचायतों का निरीक्षण किया। इस दौरान कई पटवारी और पंचायत सचिव अपनी ड्यूटी से गायब मिले, जिस पर कलेक्टर ने तुरंत निलंबन की कार्रवाई कर दी।
अचानक हुई कॉल, खुली पोल
कलेक्टर जांगिड़ ने पहले ही निर्देश दिए थे कि सभी पटवारी सोमवार और गुरुवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक पंचायत भवन में अनिवार्य रूप से मौजूद रहें और जनसुनवाई करें। लेकिन जब कलेक्टर ने अचानक वीडियो कॉल लगाई, तो कई अधिकारियों की लोकेशन पर हड़कंप मच गया। कुछ की जुबान लड़खड़ा गई, तो कुछ ने कॉल ही नहीं उठाई।
इन पटवारियों पर गिरी गाज
कलेक्टर ने कम प्रगति वाले पटवारियों की सूची के आधार पर बानमौर, पोरसा, मुरैना ग्रामीण, शहर, अम्बाह, सबलगढ़, कैलारस और जौरा के पटवारियों को कॉल की।
अनुपस्थित पाए गए पटवारियों में शामिल हैं —
- सुजान सिंह गुर्जर (बानमौर)
- समल मनोरथ पाठक (पोरसा)
- अजय गुर्जर (मुरैना ग्रामीण)
- शिवराज तोमर (शहर)
- मयंक यादव (अम्बाह)
- सोनू जादौन (सबलगढ़)
- दुर्गेश शर्मा (कैलारस)
- संजीव तिवारी (जौरा)
इन सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनके विकासखंड मुख्यालय में अटैच करने के आदेश दिए गए।
पंचायत सचिव और जीआरएस भी नहीं बचे
निरीक्षण के दौरान कई पंचायत सचिव और जीआरएस भी अनुपस्थित मिले। इनमें —
नरेश सिंह तोमर (कोटरा), हाकिम जाटव (बर्रेड), सौरभ सिकरवार (जीआरएस), रामरूप कुशवाह (सुनावली) और नरेश (ककरारी) शामिल हैं।
कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ कमलेश कुमार भार्गव को निर्देश दिए कि इन सभी पर भी निलंबन की कार्रवाई तुरंत की जाए।
कलेक्टर का सख्त संदेश
कलेक्टर जांगिड़ ने कहा कि सरकारी जिम्मेदारियों से लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चेताया कि अगले 10 दिनों में सीएम हेल्पलाइन की लंबित शिकायतों का निराकरण तेजी से किया जाए, ताकि मुरैना जिला प्रदेश की शीर्ष-5 रैंकिंग में शामिल हो सके।
साथ ही उन्होंने जनपद सीईओ और नगर निगम कमिश्नर को आदेश दिया कि सभी गौशालाओं में बिजली-पानी की व्यवस्था तुरंत सुनिश्चित की जाए। विद्युत विभाग को नियम शिथिल कर प्रकाश व्यवस्था तत्काल बहाल करने के निर्देश भी जारी किए गए।
संक्षिप्त शीर्षक सुझाव (अखबार के लिए):
🔹 वीडियो कॉल पर उजागर हुई लापरवाही, 8 पटवारी और 5 सचिव निलंबित
🔹 कलेक्टर जांगिड़ का एक्शन: जवाबदेही पर अब होगी सख्ती
🔹 ग्राम पंचायतों में प्रशासनिक अनुशासन पर कलेक्टर का फोकस