Thursday, December 25

बच्चों के लिए नेबुलाइजर या स्टीम: कब और क्यों करें इस्तेमाल, जानें एक्सपर्ट से

 

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सर्दियों में बच्चों में खांसी, जुकाम या नाक बंद होने जैसी समस्याओं में पेरेंट्स अक्सर स्टीम या नेबुलाइजर का सहारा लेते हैं। लेकिन कई माता-पिता यह नहीं जानते कि इनमें क्या अंतर है और किस स्थिति में कौन सा तरीका सही रहता है।

 

पीडियाट्रिशियन डॉक्टर संदीप गुप्ता के अनुसार:

 

नेबुलाइजर कब करें:

 

दवा के छोटे-छोटे कण बनाकर सीधे फेफड़ों तक पहुँचाते हैं।

उपयोग: अस्थमा, ब्रोंकियोलाइटिस, ब्रोंकाइटिस और खांसी जैसी स्थितियों में।

फायदा: फेफड़ों की सूजन और म्यूकस कम करने में मदद।

 

स्टीम कब दें:

 

पानी को उबालकर बनाई जाती है, बड़े कण केवल नाक और गले तक पहुँचते हैं।

उपयोग: नाक बंद, रनिंग नोज, साइनसाइटिस और गले में जलन।

फायदा: ऊपरी श्वसन मार्ग में राहत।

 

विशेषज्ञ की सलाह:

 

नेबुलाइजर खांसी और फेफड़ों की समस्याओं के लिए, स्टीम सर्दी और नाक बंद के लिए।

दोनों सुरक्षित और प्रभावी हैं, लेकिन सेल्फ मेडिकेशन न करें। हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही उपयोग करें।

 

नोट: लेख में दी गई जानकारी इंस्टाग्राम रील पर आधारित है। किसी भी जानकारी या उपचार के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

 

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