
सिलिकॉन वैली: अमेरिका की बड़ी टेक कंपनियों ने H-1B वीजा पर काम करने वाले विदेशी कर्मचारियों को चेतावनी जारी की है कि वे फिलहाल विदेश यात्रा न करें। इस कदम के पीछे वीजा अप्वॉइंटमेंट में देरी और सोशल मीडिया प्रोफाइल की जांच बढ़ना है।
क्यों हो रही देरी?
अमेरिका में वीजा मिलने से पहले आवेदकों की सोशल मीडिया प्रोफाइल की जांच की जा रही है। 15 दिसंबर 2025 के बाद यह प्रक्रिया और सख्त हो गई है। इससे H-1B वीजा अपॉइंटमेंट कई महीनों तक लेट हो रहे हैं। कुछ मामलों में देरी 12 महीने तक की बताई जा रही है।
कौन–कौन सी कंपनियों ने दी एडवाइजरी?
- माइक्रोसॉफ्ट: कर्मचारियों को विदेश यात्रा न करने की सलाह दी गई है। यात्रा की वजह से अमेरिका से बाहर फंसने का खतरा है।
- अमेजन: जिनका वीजा अपॉइंटमेंट दिसंबर के अंत या जनवरी में है, उन्हें फिलहाल अमेरिका में ही रहने को कहा गया है। विदेश जाने पर अपॉइंटमेंट कैंसिल होने का खतरा है।
- गूगल: वीजा स्टैम्पिंग अपॉइंटमेंट में देरी का सामना कर रहे कर्मचारियों को विदेश यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
- एप्पल: बिना वैलिड H-1B वीजा स्टैम्प वाले वर्कर्स को फिलहाल विदेश यात्रा से बचने की सलाह। अगर यात्रा आवश्यक है, तो तुरंत एप्पल इमिग्रेशन से संपर्क करें।
कैंडिडेट्स के लिए सुझाव
- वीजा स्टैम्पिंग अपॉइंटमेंट और सोशल मीडिया प्रोफाइल अपडेट की स्थिति नियमित रूप से चेक करें।
- विदेश यात्रा को फिलहाल पोस्टपोन करें, ताकि लंबे समय तक फंसने या काम प्रभावित होने से बचा जा सके।
- किसी भी समस्या या सवाल के लिए कंपनी के इमिग्रेशन विभाग से संपर्क करें।
इस नई एडवाइजरी के बाद सैकड़ों विदेशी वर्कर्स अमेरिका जाने के लिए अपने देश में फंसे हुए हैं। कंपनियां जोर दे रही हैं कि वीजा प्रोसेसिंग में हो रही देरी और अनिश्चितताओं को ध्यान में रखते हुए कोई भी गैर-जिम्मेदार यात्रा न की जाए।