
मॉस्को: रूस के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवारोव की दक्षिणी मॉस्को में कार बम विस्फोट में हत्या कर दी गई। सरवारोव जनरल स्टाफ के ट्रेनिंग डिपार्टमेंट के प्रमुख थे। धमाका इतना तेज था कि रूस की जांच समिति ने तत्काल मामले की गंभीर जांच शुरू कर दी है। इस जांच में यह भी देखा जाएगा कि क्या हमला यूक्रेनी स्पेशल फोर्सेज से जुड़ा था।
लेफ्टिनेंट जनरल सरवारोव 1990 और 2000 के दशक में दक्षिणी रूस में आतंकवाद विरोधी ऑपरेशंस का अनुभव रखते थे। 2016 में उन्हें ट्रेनिंग डिपार्टमेंट का प्रमुख बनाया गया था, जो सीनियर अधिकारियों को स्टाफ एक्सरसाइज और ऑपरेशनल एक्टिविटीज के जरिए प्रशिक्षण देता है। इसके पहले उन्होंने सीरिया में रूस की सैन्य तैनाती में भी हिस्सा लिया था।
विशेषज्ञों के अनुसार, सरवारोव की हत्या हाल के वर्षों में रूस के उच्च-स्तरीय सैन्य अधिकारियों पर किए गए हमलों की श्रृंखला का अगला हिस्सा है। इसी साल अप्रैल में जनरल स्टाफ के डेप्युटी जनरल यारोस्लाव मोस्कालिक मॉस्को के पास कार बम धमाके में मारे गए थे। दिसंबर 2024 में रेडियोलॉजिकल, केमिकल और बायोलॉजिकल डिफेंस फोर्सेज के प्रमुख इगोर किरिलोव की इलेक्ट्रिक स्कूटर धमाके में मौत हुई थी, जिसकी जिम्मेदारी यूक्रेन की SBU सुरक्षा सेवा ने ली थी।
पूर्व में अगस्त 2022 में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के गुरु माने जाने वाले अलेक्जेंडर दुगिन की बेटी डारिया डुगिना कार बम हमले में मारी गई थीं। वहीं अप्रैल 2023 में रूसी मिलिट्री ब्लॉगर मैक्सिन फोमिन का सेंट पीटर्सबर्ग के कैफे में मूर्ति में विस्फोट कर हत्या कर दी गई थी।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह घटनाओं की श्रृंखला रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे तनाव और लक्षित सैन्य हमलों की रणनीति का हिस्सा है।