
पेरिस/नई दिल्ली।
फ्रांस अपने प्रतिष्ठित राफेल फाइटर जेट का अब तक का सबसे उन्नत और ताकतवर संस्करण राफेल F5, जिसे अनौपचारिक रूप से ‘सुपर राफेल’ कहा जा रहा है, पेश करने की तैयारी में है। यह अपग्रेड इतना व्यापक है कि इसे सिर्फ सुधार नहीं, बल्कि एक पूरी तरह नए कॉम्बैट कॉन्सेप्ट के रूप में देखा जा रहा है। फ्रांस का लक्ष्य इस लड़ाकू विमान को 2040 के बाद तक आधुनिक युद्ध के लिए प्रासंगिक बनाए रखना है।
फ्रांसीसी सरकार पहले ही 42 राफेल F5 खरीदने की मंजूरी दे चुकी है, जिनकी डिलीवरी 2030 के शुरुआती वर्षों में शुरू होने की संभावना है। राफेल की यात्रा 1980 के दशक में एक टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेटर से शुरू होकर आज एक एडवांस्ड मल्टीरोल फाइटर तक पहुंच चुकी है, और F5 इस विकास की सबसे बड़ी छलांग मानी जा रही है।
‘लॉयल विंगमैन’ ड्रोन: सुपर राफेल की असली ताकत
राफेल F5 की सबसे क्रांतिकारी विशेषता होगी लॉयल विंगमैन ड्रोन को नियंत्रित करने की क्षमता। ये ड्रोन इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर, निगरानी (रिकॉन), दुश्मन के एयर डिफेंस को नष्ट करने (SEAD/DEAD), डिकॉय और स्टैंड-ऑफ स्ट्राइक जैसे मिशनों में इस्तेमाल किए जाएंगे।
इससे राफेल अब सिर्फ एक लड़ाकू विमान नहीं रहेगा, बल्कि डिस्ट्रीब्यूटेड कॉम्बैट नेटवर्क का कमांड नोड बन जाएगा।
सेंसर, रडार और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर में बड़ा उछाल
सुपर राफेल में सेंसर सूट को पूरी तरह ओवरहॉल किया जा रहा है।
- RBE2 AESA रडार: ज्यादा रेंज, अधिक बैंडविड्थ और बेहतर ट्रैकिंग
- उन्नत सेंसर फ्यूजन: पांचवीं पीढ़ी के विमानों के स्तर के करीब
- नया इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम: शक्तिशाली जैमर, विस्तृत फ्रीक्वेंसी कवरेज और ड्रोन के साथ समन्वित EW ऑपरेशन
F-22 और F-35 को टक्कर देने वाले हथियार
राफेल F5 को ऐसे हथियारों से लैस किया जाएगा जो इसे सीधे अमेरिकी F-22 रैप्टर और F-35 लाइटनिंग-II के मुकाबले खड़ा करते हैं।
इसमें शामिल हैं—
- ASN4G हाइपरसोनिक परमाणु मिसाइल (फ्रांस का अगला रणनीतिक हथियार)
- MICA NG एयर-टू-एयर मिसाइल
- नई लंबी दूरी की MBDA A2A मिसाइल
- दुश्मन के एयर डिफेंस को निष्क्रिय करने वाले विशेष हथियार
दमदार इंजन और मल्टीरोल क्षमता
राफेल F5 में होंगे दो M88-4E टर्बोफैन इंजन, प्रत्येक से 11,250 पाउंड थ्रस्ट मिलेगा।
- टॉप स्पीड: मैक 1.8
- कॉम्बैट रेंज: करीब 1600 किमी
- हथियार क्षमता: 9.5 टन
यह विमान एयर सुपीरियरिटी, डीप स्ट्राइक, न्यूक्लियर डिलीवरी और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर जैसे हर मिशन में सक्षम होगा। इसका नेवल (M) वेरिएंट एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेशन कर सकेगा।
भारत के लिए भी खुला विकल्प
भारत पहले से ही राफेल फाइटर जेट का सफलतापूर्वक संचालन कर रहा है। ऐसे में राफेल F5 में भारत की रुचि स्वाभाविक मानी जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत 90 राफेल F4 खरीदने की योजना पर काम कर रहा है, जिसमें 24 राफेल F5 का विकल्प भी शामिल हो सकता है। हालांकि फ्रांस के रक्षा मंत्रालय की यह जानकारी बाद में सार्वजनिक दस्तावेजों से हटा दी गई।