Monday, November 10

अंता उपचुनाव में गरजे गहलोत — “नरेश मीणा कहीं से भी पिस्टल का लाइसेंस मांगे, न मिले!”

कोटा/बारां।
अंता विधानसभा उपचुनाव में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। रविवार को मांगरोल कस्बे में हुई आमसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नरेश मीणा पर तीखा हमला बोलते हुए प्रशासन को सख्त संदेश दिया।
गहलोत ने बारां के कलेक्टर से सीधे कहा —

“मैं कलेक्टर साहब से कहना चाहता हूं, चाहे नरेश मीणा कहीं से भी अप्लाई करे, इसे पिस्टल या बंदूक का कोई लाइसेंस नहीं दिया जाना चाहिए।”

गहलोत ने कहा कि नरेश मीणा अभी नौजवान है, और कुछ लोग उसे भड़का रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा —

“अगर इसने किसी की कनपटी पर पिस्टल रखकर गोली चला दी, तो जिंदगीभर जेल में भुगतना पड़ेगा। मैं नहीं चाहता कि यह अपनी जिंदगी बर्बाद करे।”

“आदिवासियों को भड़काया जा रहा है”

सभा के दौरान गहलोत ने नरेश मीणा पर आरोप लगाया कि वह आदिवासी समाज को भड़का रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह राजनीति का तरीका नहीं है।
गहलोत ने पुराने घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा —

“कभी कंवरलाल मीणा ने वसुंधरा राजे पर पिस्टल तानने की बात कही थी, अब यह नरेश मीणा भी उसी रास्ते पर चल रहा है। इसे समझना चाहिए कि राजनीति धमकी से नहीं, सेवा से चलती है।”

कांग्रेस को ‘मीणा वोट बैंक’ में सेंध का डर

गहलोत के बयान से यह साफ झलकता है कि कांग्रेस को मीणा समाज के वोट बैंक में सेंध लगने का डर सताने लगा है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की —

“मीणा समाज के लोगों को समझाइए, वोट खराब मत होने दीजिए। कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया को भारी मतों से जिताइए।”

गहलोत ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि मीणा समाज कांग्रेस के साथ खड़ा रहेगा, क्योंकि कांग्रेस ने हमेशा आदिवासियों के हक और सम्मान की लड़ाई लड़ी है।

संक्षेप में:
अंता उपचुनाव का माहौल अब और गरमाता जा रहा है। अशोक गहलोत के इस बयान से साफ है कि कांग्रेस न केवल राजनीतिक रणनीति बल्कि सामाजिक समीकरणों पर भी पैनी नजर बनाए हुए है।

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