
मुंबई: विदेशी मुद्रा भंडार के मोर्चे पर भारत को राहत मिली है। लगातार दूसरे सप्ताह देश का भंडार बढ़ा है। बीते 12 दिसंबर 2025 को समाप्त सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में 1.68 अरब डॉलर की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
कितना हुआ कुल भंडार:
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत का कुल विदेशी मुद्रा भंडार अब 688.949 अरब डॉलर तक पहुँच गया है। गौरतलब है कि इससे पहले 27 सितंबर 2024 को भंडार अपने उच्चतम स्तर 704.885 अरब डॉलर तक पहुँच चुका था।
फॉरेन करेंसी असेट (FCA) में वृद्धि:
आंकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा आस्तियों (FCA) में इस सप्ताह 906 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। पिछले सप्ताह FCA में 151 मिलियन डॉलर की गिरावट आई थी। अब FCA का कुल भंडार 557.787 अरब डॉलर हो गया है। इसमें यूरो, पौंड, येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ भी शामिल है।
सोने का भंडार भी बढ़ा:
सोने के भंडार में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई। इस सप्ताह 758 मिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है। इससे सोने का कुल भंडार अब 107.741 अरब डॉलर तक पहुँच गया है। वर्तमान में आरबीआई के पास 880 टन से अधिक सोना सुरक्षित है, जो देश के कुल विदेशी मुद्रा भंडार का लगभग 14.7% है।
एसडीआर और IMF रिजर्व में हल्की बढ़ोतरी:
स्पेशल ड्रॉइंग राइट (SDR) में इस दौरान मामूली 14 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई, जिससे यह 18.735 अरब डॉलर हो गया। वहीं, IMF में रखे गए भंडार में 11 मिलियन डॉलर का इजाफा हुआ और अब यह 4.686 अरब डॉलर है।
विश्लेषकों का मानना है कि विदेशी मुद्रा भंडार में यह लगातार वृद्धि भारत की वित्तीय स्थिरता और अंतरराष्ट्रीय लेन-देन में मजबूती को दर्शाती है।