
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में हुए भीषण डंपर हादसे के बाद सरकार और परिवहन विभाग हरकत में आ गए हैं। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के निर्देश पर पूरे प्रदेश में 4 से 18 नवंबर तक विशेष सड़क सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत आरटीओ और पुलिस की संयुक्त टीमें लगातार सड़कों पर निगरानी कर रही हैं। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
पिछले पांच दिनों में परिवहन विभाग ने 206 ड्राइविंग लाइसेंस रद्द, 400 वाहन सीज, और 8,500 से ज्यादा चालान किए हैं। यह कार्रवाई सड़क सुरक्षा को मजबूत करने और दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के उद्देश्य से की जा रही है।
तेज गति, शराबखोरी और गलत दिशा में वाहन चलाने वालों पर कड़ी नजर
अभियान के दौरान शराब पीकर वाहन चलाने पर 3,736, तेज गति से वाहन चलाने पर 21,911, गलत दिशा में वाहन चलाने पर 15,174, खतरनाक तरीके से वाहन चलाने पर 1,586, बिना रिफ्लेक्टर 4,311 और बिना नंबर प्लेट 8,585 वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
निजी बसों पर भी सख्ती – 22 परमिट रद्द
हाल ही में जैसलमेर, फलोदी और जयपुर में हुए हादसों के बाद बस ऑपरेटरों पर भी शिकंजा कसा गया है। यात्रियों की जान जोखिम में डालने वाले बस मालिकों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। पिछले पांच दिनों में 22 बसों के परमिट रद्द, 574 ओवरलोड वाहनों के चालान, और 216 मालवाहक वाहनों पर कार्रवाई की गई है, जो यात्रियों को अवैध रूप से ले जा रहे थे।
इसके अलावा, क्षमता से अधिक यात्री बैठाने पर 106 वाहनों, छत पर सामान रखकर संचालन करने पर 21 बसों, और अन्य नियमों के उल्लंघन पर 1,033 यात्री वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। साथ ही, 38 वाहनों के रजिस्ट्रेशन भी रद्द किए गए हैं।
जनता के लिए चेतावनी — सड़क पर रहें सतर्क और नियमों का पालन करें
परिवहन विभाग ने अपील की है कि वाहन चालक सड़क पर सावधानी बरतें और यातायात नियमों का पालन करें। नियम तोड़ने पर केवल चालान नहीं, बल्कि लाइसेंस निरस्तीकरण और वाहन सीज जैसी कार्रवाई भी की जाएगी। मुख्यमंत्री के आदेश पर यह अभियान पूरे राज्य में सख्ती से जारी रहेगा।