
सिनेमा घरों में धमाल मचा रही फिल्म धुरंधर का एक सीन हर कपल को खुद से जोड़कर सोचने पर मजबूर करता है। इस सीन में सारा रणवीर का पूरा रात इंतजार करती हैं, और जब रणवीर लौटते हैं, तो वह सवाल करती हैं – “तुम पूरी रात कहां थे? शराब पी है क्या? किसके साथ थे?” और फिर थप्पड़ मार देती हैं।
यह सीन आज भी रिश्तों में आम इंतजार, शक और गुस्से की स्थिति को दर्शाता है। एक्सपर्ट मानते हैं कि ऐसे हालात में संवाद, भरोसा और संयम सबसे जरूरी होते हैं।
लड़कों को करनी चाहिए स्पष्ट बात
Dr. Samyuktha Gangadhar, स्पर्श हॉस्पिटल बेंगलुरु की साइकेट्री कंसल्टेंट, कहती हैं:
“रिश्तों में गलतफहमियां होना सामान्य है, खासकर जब असुरक्षा या डर हावी हो। अगर लड़के को लगे कि कुछ गलत समझा गया है, तो बिना देरी के शांति और ईमानदारी से बात स्पष्ट करें। चुप रहना या गुस्से में जवाब देना गलतफहमी बढ़ा सकता है।”
लड़कियों को समझदारी से रिएक्ट करना चाहिए
“अगर लड़की किसी स्थिति पर शक या असुरक्षा महसूस करे, तो तुरंत आरोप लगाने के बजाय अपनी भावनाएं व्यक्त करना बेहतर है। जैसे – ‘मुझे पूरी रात आपकी चिंता हुई’ या ‘मुझे असहज महसूस हुआ’। इससे संवाद टकराव की जगह समझ की ओर बढ़ता है।”
एक्सपर्ट की अन्य सलाह
- ब्रेक लें: बहस के दौरान अगर टोन बदल जाए या गुस्सा बढ़े, तो आधे घंटे का छोटा ब्रेक लें।
- समाधान ढूंढें, दोष नहीं: पार्टनर पर फ्रस्ट्रेशन निकालने की बजाय मिलकर समाधान खोजें।
- पॉजिटिव इंटरैक्शन बनाए रखें: अपने पार्टनर की अच्छी बातें ध्यान में रखें, ताकि रिश्ते में बैलेंस बना रहे।
धुरंधर का यह सीन सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि रिश्तों में भरोसा, समझदारी और संयम की अहमियत भी दर्शाता है।