
मुजफ्फरनगर। शहर की सिविल लाइन थाना क्षेत्र में मदीना मस्जिद के मुअज्जिन मोहम्मद इरफान ने दरोगा विनोद चौधरी की गर्दन काटने की धमकी दे दी, जिससे पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। यह घटना मस्जिद में अजान के समय तेज आवाज को लेकर हुए विवाद के बाद सामने आई।
घटना का पूरा विवरण
पुलिस के अनुसार, दो दिन पहले मस्जिद में अजान के दौरान तेज आवाज को लेकर मुअज्जिन और दरोगा के बीच झड़प हुई थी। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दावा किया गया कि दरोगा ने मुअज्जिन को मस्जिद से खींचकर बाहर निकाला और धक्का-मुक्की की।
इसके बाद जमीयत उलेमा-ए-हिंद के कार्यकर्ताओं ने एसएसपी को ज्ञापन सौंपकर दरोगा के खिलाफ जांच और कार्रवाई की मांग की थी। इसी बीच सोशल मीडिया पर दूसरा वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें मुअज्जिन मोहम्मद इरफान जमीयत कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान अचानक दरोगा की गर्दन काटने की धमकी देता नजर आया।
पुलिस की कार्रवाई
वीडियो सामने आते ही पुलिस ने सिविल लाइंस थाने में मुअज्जिन के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक प्रक्रिया शुरू कर दी।
सीओ सिटी सिद्धार्थ के. मिश्रा ने बताया कि धमकी देना कानूनन अपराध है और इसे गंभीरता से लिया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि दरोगा द्वारा दिए गए निर्देश सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुरूप थे और मुअज्जिन द्वारा लगाए गए सभी आरोप अब तक निराधार पाए गए हैं।
स्थिति पर नजर
पुलिस अब मुअज्जिन की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ मौखिक और वीडियो के आधार पर लगाए गए पूर्व आरोपों की भी जांच जारी है।
यह मामला साबित करता है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो न केवल घटनाओं को तूल दे सकते हैं, बल्कि प्रशासन और कानून व्यवस्था को चुनौती भी दे सकते हैं।