
शामली। जिले के भेसानी जंगल में मंगलवार तड़के पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में 50 हजार रुपये का इनामी कुख्यात डकैत समयदीन उर्फ सामा ढेर हो गया। सामा उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में डकैती, हत्या, लूट और अवैध हथियार जैसे 23 से अधिक गंभीर मामलों में वांछित था।
ईंट भट्ठे के पास वारदात की साजिश, पुलिस ने चारों ओर से घेरा
जानकारी के अनुसार, समयदीन अपने पांच साथियों के साथ भेसानी के जंगल स्थित ईंट भट्ठे के पास किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहा था। पुलिस को खुफिया सूचना मिलते ही टीमों ने इलाके की घेराबंदी की और बदमाशों को आत्मसमर्पण करने को कहा। तभी बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की।
मुठभेड़ में ढेर, एक पुलिसकर्मी घायल
फायरिंग के दौरान समयदीन को गोली लगी, जिसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मुठभेड़ में एक सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि बाबरी थाना प्रभारी राहुल सिसोदिया की जैकेट पर भी गोली लगी, जिससे वह बाल-बाल बच गए।
नफीस का करीबी, पंजाब में छिपकर देता था वारदातों को अंजाम
ढेर किया गया समयदीन उसी कुख्यात अपराधी नफीस का खास सहयोगी था, जो पिछले वर्ष कांधला में हुई मुठभेड़ में मारा गया था। नफीस की मौत के बाद सामा पंजाब भाग गया था और वहीं से अलग-अलग राज्यों में अपराधों को अंजाम देता रहा। मूल रूप से कांधला कस्बे का रहने वाला यह डकैत लंबे समय से कर्नाटक के तुमकुर में रह रहा था।
पांच साथी फरार, जंगल में कॉम्बिंग जारी
मुठभेड़ के दौरान सामा के पांच साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। पुलिस ने पूरे जंगल में व्यापक कॉम्बिंग अभियान शुरू कर दिया है। मौके से दो पिस्तौल, एक तमंचा और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए हैं।
एसपी बोले—शामली पुलिस की बड़ी सफलता
एसपी शामली एन.पी. सिंह ने कहा कि समयदीन का मारा जाना पुलिस की एक बड़ी उपलब्धि है। बदमाश के फरार साथियों की तलाश जारी है और क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है।
