
नई दिल्ली। Zepto, BigBasket, Zomato, Meesho और PharmEasy जैसी 26 बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों ने उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय को हलफनामा देकर कहा है कि वे अपने प्लेटफॉर्म पर ‘डार्क पैटर्न्स’ का इस्तेमाल नहीं कर रही हैं। मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी साझा की।
डार्क पैटर्न्स ऐसे भ्रामक डिज़ाइन और ट्रिक्स हैं, जिनके जरिए कंपनियां ग्राहकों को अनजाने में ज्यादा खरीदारी के लिए प्रेरित करती हैं। इनमें कन्फर्म शेमिंग, बास्केट स्नीकिंग, फोर्स्ड एक्शन, सब्सक्रिप्शन ट्रैप, बेट एंड स्विच, ड्रिप प्राइसिंग जैसी 13 गतिविधियां शामिल हैं।
सरकार का निर्देश:
सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने सभी ई-कॉमर्स कंपनियों को 5 जून 2025 को निर्देश दिया था कि वे अपने प्लेटफॉर्म की खुद जांच करें और पुष्टि करें कि ग्राहक को गुमराह करने वाली कोई भी गतिविधि नहीं हो रही है। इसके तहत कंपनियों ने सेल्फ-डिक्लेरेशन लेटर दिया।
कौन-कौन सी कंपनियां शामिल हैं:
इस सूची में **Flipkart, Myntra, Cleartrip, MakeMyTrip, Reliance Digital