
चंडीगढ़/फरीदाबाद/नूंह। लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट की जांच में बड़ा खुलासा करते हुए एजेंसियों ने नूंह की रहने वाली अफसाना नामक महिला को हिरासत में लिया है। इसी अफसाना ने फिदायीन बने डॉ. उमर उन नबी को किराये पर कमरा दिया था। बताया जा रहा है कि उमर को यह कमरा शोएब नाम के व्यक्ति की सिफारिश पर मिला था।
10 दिनों तक नूंह में रुका था उमर
जांच में सामने आया है कि उमर नबी ब्लास्ट से पहले करीब 10 दिन नूंह की हिदायत कॉलोनी में रहा था। अफसाना ने रिश्तेदार शोएब के कहने पर उसे कमरा मुहैया कराया था। घटना के बाद अफसाना अपनी 12 वर्षीय बेटी के साथ घर छोड़कर फरार हो गई थी।
पूरे परिवार पर जांच एजेंसियों की नजर
अफसाना को हिरासत में लेने के बाद एजेंसियां उससे विस्तृत पूछताछ कर रही हैं। माना जा रहा है कि पूछताछ में उमर के नूंह में ठहरने के दौरान उसकी गतिविधियों से जुड़े महत्वपूर्ण सुराग सामने आ सकते हैं। अफसाना का परिवार भी अब जांच के दायरे में है।
कौन है अफसाना?
अफसाना मूल रूप से इंडरीखंड के गोलपुरी गांव की रहने वाली है और वर्तमान में नूंह की हिदायत कॉलोनी स्थित अपने पिता के मकान की देखरेख करती है। उसका पति ट्रक चालक है। शोएब, जिसने उमर के लिए सिफारिश की थी, अल-फलाह यूनिवर्सिटी में इलेक्ट्रिशियन के तौर पर काम करता था। ब्लास्ट के बाद शोएब को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
कई और संदिग्ध एजेंसियों की रडार पर
जांच एजेंसियों ने मामले से जुड़े अन्य लोगों को भी निगरानी में रखा है और आवश्यकता पड़ने पर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि उमर के नूंह तक पहुंचने, ठहरने और दिल्ली में ब्लास्ट करने की साजिश में और कौन-कौन शामिल था।