
कानपुर, संवाददाता: दिल्ली कार विस्फोट मामले में आरोपी डॉ. शाहीन सईद का नाम सामने आने के बाद उनके जीवन और पेशेवर पृष्ठभूमि पर भी ध्यान गया है। कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में फार्माकोलॉजी विभाग की हेड रह चुकी डॉ. शाहीन 1 सितंबर 2012 से 31 दिसंबर 2013 तक इस पद पर कार्यरत रही। इसके बाद उनका तबादला कन्नौज मेडिकल कॉलेज कर दिया गया। 2013 से उनका कोई पता नहीं चल पाया है।
तलाक और बच्चों का मामला
डॉ. शाहीन ने 2012 में अपने पति डॉ. जफर हयात से शरई अदालत में तलाक लिया। दोनों बच्चों को उन्होंने पति के पास छोड़ दिया। डॉ. हयात कानपुर के केपीएम अस्पताल में नेत्ररोग विशेषज्ञ हैं। उनका कहना है कि शाहीन विदेश में बसने का दबाव बनाती रहती थीं। तलाक के बाद डॉ. शाहीन बच्चों और परिवार से संपर्क में नहीं आईं।
पेशेवर और निजी जीवन
पूर्व पति के अनुसार, डॉ. शाहीन ने कानपुर मेडिकल कॉलेज में रहते हुए कभी धार्मिक बंदिशों का पालन नहीं किया। वह त्योहारों पर ही दूसरों से मिलती थीं और परिवार के साथ अधिक समय व्यतीत करना पसंद करती थीं। शादी के दौरान और बाद में वह अक्सर बेहतर जीवन की तलाश में ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में बसने की इच्छा जताती थीं।
शिक्षा और परिवार
डॉ. शाहीन की शादी 2003 में दोनों परिवारों की सहमति से हुई थी। उनके दो बच्चे हैं—एक इंटर और दूसरा हाईस्कूल में पढ़ रहा है। डॉ. जफर हयात के अनुसार, तलाक के बाद डॉ. शाहीन ने कानपुर मेडिकल कॉलेज के एल-ब्लॉक, रूम नंबर 29 को छोड़ दिया था।
पेशेवर गायबगी की रहस्यमय स्थिति
2013 के बाद से डॉ. शाहीन का कोई पता नहीं है। उनके गायब होने की वजह और वर्तमान स्थिति रहस्यमय बनी हुई है। यह मामला न केवल उनके निजी जीवन बल्कि उनके पेशेवर करियर के लिए भी एक गंभीर सवाल बन गया है।